हरिद्वारःआज गंगा दशहरा का महास्नान है. हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है, लेकिन इससे पहले ही आतंकी संगठन ने हरिद्वार में धमाके की धमकी दी है. जिसके बाद हरिद्वार एसएसपी ने मेले में तैनात पुलिस बल को अगले 3 दिनों तक विशेष सतर्कता बरतने के सख्त निर्देश दिए हैं. एसएसपी के आदेशों का हरिद्वार में कितना पालन हो रहा है, इसका रियलिटी चेक करने ईटीवी भारत की टीम रात 2 बजे बस स्टैंड से लेकर हरकी पैड़ी तक निकली और धर्मनगरी की सुरक्षा व्यवस्था को परखा.
बता दें कि आज गंगा दशहरा और शनिवार को निर्जला एकादशी का महास्नान है. इन दोनों स्नान पर्वों पर हरिद्वार में जहां बड़ी भीड़ आने की संभावना है तो वहीं इस भीड़ को देखते हुए आतंकी संगठनों ने भी धमाके की चेतावनी देकर पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है. जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर पुलिस प्रशासन को अगले 3 दिनों तक अलर्ट मोड पर रखा गया है. शहर के तमाम चौक चौराहे हों या फिर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और हरकी पैड़ी समेत आसपास के तमाम गंगा घाटों पर सभी जगह अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस के साथ-साथ यात्रियों की भीड़ में घुसे संदिग्धों की तलाश के लिए विशेष रूप से 24 घंटे बम निरोधक दस्ते को भी लगाया गया है.
इन सभी स्थानों पर लगाई गई फोर्स क्या वास्तव में आदेशों का पालन कर रही हैं? इस बात को जांचने और परखने आधी रात के बाद सड़कों पर ईटीवी भारत की टीम उतरी और देखा कि पुलिस के आला अधिकारी हरिद्वार की जनता और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के जो दावे कर रहे हैं, वो धरातल पर कितने सही हैं? ईटीवी भारत आज आपको बताएगा कि कहां पर किस समय पुलिस चौकस नजर आई और कहां पर सुरक्षा में चूक मिली.
समय रात एक बजे बस स्टैंड हरिद्वारः रात 1 बजे ईटीवी भारत की टीम ने अपनी पड़ताल बस स्टैंड हरिद्वार से शुरू की और बस स्टैंड पर भीड़ तो कम थी, लेकिन बस स्टैंड के मुख्य द्वार पर सिपाही मुस्तैदी से ड्यूटी करते मिले. यहां तैनात सिपाही आने जाने वाले संदिग्धों से पूछताछ भी कर रहे थे. साथ ही उनकी नजर आने वाली बसों से उतर रहे यात्रियों पर भी थी, ताकि कोई संदिग्ध उनकी नजरों से बच कर निकल न सके. इसके अलावा बस स्टैंड के बाहर पीआरडी का जवान भी मुस्तैदी से ड्यूटी देता मिला.
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समय रात डेढ़ बजे रेलवे स्टेशन हरिद्वार:अब तक जितने भी आतंकी संगठनों की ओर से धमकियां दी गई या इसके लिए पत्र जारी किए गए हैं, वो हमेशा ही रेलवे स्टेशन हरिद्वार के स्टेशन अधीक्षक के नाम ही आए हैं. अक्सर कथित तौर पर अलकायदा की ओर से भेजे गए यह पत्र स्टेशन अधीक्षक हरिद्वार के नाम भेजे जाते रहे हैं. जिसके चलते रेलवे स्टेशन हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रहा है. चारधाम यात्रा चलने के कारण भी इन दिनों स्टेशन पर यात्रियों की काफी भीड़ रहती है. ऐसे में यहां की सुरक्षा व्यवस्था अन्य स्थानों की अपेक्षा और अधिक चाक चौबंद होनी चाहिए, लेकिन ऐसा यहां कुछ नजर नहीं आया.
रियलिटी चेक में यहां ईटीवी भारत को सुरक्षा के किसी तरह के कोई खास इंतजामात नजर नहीं आए. आलम ये था कि आरपीएफ की चेकपोस्ट रात को 1:30 बजे पूरी तरह से खाली पड़ी थी तो वहीं जीआरपी के एक एएसआई रेलवे प्लेटफार्म संख्या एक पर चाय की दुकान पर सुस्ताते नजर आए, लेकिन जब ईटीवी का कैमरा उन्होंने देखा तो वह कुर्सी छोड़ ऐसे खड़ा हो गया, मानो वो पूरी मुस्तैदी से अपना फर्ज निभा रहा है. स्टेशन पर एक एएसआई को छोड़ कोई दूसरा सिपाही तक नजर नहीं आया गश्त होना तो दूर की बात थी.