प्रयागराज : अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या के बाद उनके कमरे से मिले 12 पेज के सुसाइड नोट में बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी के साथ आनंद गिरि का नाम सामने आया है.
ईटीवी भारत की टीम महंत नरेंद्र गिरी हत्या मामले में आरोपित आद्या तिवारी के गांव दीवान का पूरा पहुंची. जहां स्थानीय लोगों का कहना है कि आद्या तिवारी और उनका परिवार गांव में दबंगई के साथ रहता है. ईटीवी भारत की टीम आद्या तिवारी के गांव में रियलिटी चेक करने पहुंची तो पता चला कि उसका परिवार दो मंजिला इमारत में रहता है उसके घर के सामने चार पहिया वाहन भी खड़े हैं.
आद्या तिवारी के दोनों बेटे बड़े हनुमान मंदिर में काम करते हैं. छोटा बेटा फूल माला की दुकान चलता है वहीं बड़ा बेटा प्रसाद बेचने का काम करता है. घर वालों ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही दुकान को महंत नरेंद्र गिरि ने अपने हाथों में ले लिया था. परिवार वालों ने बताया कि आद्या तिवारी 18 वर्ष की आयु से हनुमान मंदिर में पूजा का काम करते आ रहे हैं. जब उन्होंने पूजा करने का काम शुरू किया तो उनके पास सिर्फ झोपड़ी हुआ करती थी. उनका परिवार खपरैल के मकान में रहता था, लेकिन आज उनके पास दो मंजिला चकाचौंध इमारत है.