नई दिल्ली :बीबीसी के द्वाराप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी एक डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद हो गया है. इस वीडियो को देखने वालों ने दावा किया है कि इसमें कई ऐसे तथ्य हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ हैं. वहीं डॉक्यूमेंट्री को लेकर विदेश मंत्रालय ने इसे दुष्प्रचार का हिस्सा बताया है. बता दें कि बीबीसी ने India: The Modi Question शीर्षक से दो पार्ट में एक नई सीरीज बनाई है. इस सीरीज में पीएम मोदी और भारत के मुस्लिमों के बीच तनाव की बात कही गई है. साथ ही गुजरात दंगों में पीएम मोदी की कथित भूमिका और दंगों में हजारों लोगों के मारे जाने को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीबीसी की सीरीज में मोदी सरकार के देश की मुस्लिम जनसंख्या के प्रति रवैये, कथित विवादित नीतियां, कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने के फैसले और नागरिकता कानून को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि देश में मुस्लिमों पर हिंदुओं द्वारा हमले किए जा रहे हैं. अपनी इस रिपोर्ट को लेकर बीबीसी भारतीय मूल के लोगों के निशाने पर आ गया है. बीबीसी की नई सीरीज को लेकर लोगों का कहना है कि बीबीसी को 1943 के बंगाल अकाल पर भी सीरीज बनानी चाहिए. जिसमें 30 लाख से ज्यादा लोगों की भुखमरी और बीमारी के कारण मौत हो गई थी.
इस संबंध में केंद्र सरकार ने गुजरात दंगों पर ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कार्पोरेशन (BBC) की डॉक्यूमेंट्री को 'प्रोपेगेंडा का हिस्सा' बताया है और कहा है कि वह ऐसी फिल्म का महिमामंडन नहीं कर सकती. सरकार की ओर से कहा गया कि पीएम पर बीबीसी की डॉक्यूमेंटी दुष्प्रचार, पक्षपाती और औपनिवेशक मानसिकता को दर्शाती है और हम नहीं जानते कि इसके पीछे का एजेंडा क्या है? विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी पर हाल ही में प्रसारित बीबीसी डॉक्यूमेंट्री, दुष्प्रचार का हिस्सा है जो वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के दौरान उनके नेतृत्व पर सवाल उठाती है.