प्रयागराजः संगम नगरी में 16 से 19 अक्टूबर तक हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) की चार दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक समाप्त हो गयी. संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) की मौजूदगी में चार दिनों तक कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. आखिरी दिन बैठक के बाद आरएसएस के सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले (Sahakaryavah Dattatreya Hosabole) ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि संघ ने देश में बढ़ती जनसंख्या असंतुलन पर चिंता जतायी है. बैठक में देश को बंटने से बचाने के लिए जनसंख्या कानून बनाकर लागू किए जाने पर मंथन किया गया.
देश में जनसंख्या असंतुलन के तीन कारण
दत्तात्रेय होसबोले (Dattatreya Hosabole) के मुताबिक बैठक में बताया गया कि तीन वजहों से देश में जनसंख्या असन्तुलन (population imbalance) बढ़ रहा है. जिसे समय रहते नहीं रोका गया तो भविष्य में देश के बंटवारे तक की नौबत आ सकती है. क्योंकि कई देशों में जनसंख्या असंतुलन की वजह से उनका बंटवारा हो चुका है. ऐसे में हमे अपने देश को दूसरी बार बंटने से रोकने के लिए जनसंख्या असंतुलन को रोकना जरूरी है. जिसके लिए सरकार को जनसंख्या कानून बनाकर उसे देश में एकसमान रूप से लागू करना चाहिए. दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने जनसंख्या असंतुलन के लिए तीन वजहों को बताया है. जिसमें पहला धर्मांतरण, दूसरा बांग्लादेशी घुसपैठ और तीसरी वजह एक संतान पैदा करना है. इसके साथ ही इस बैठक में धर्मान्तरण करने वालों को आरक्षण का लाभ नहीं दिए जाने की पैरवी की गयी है. जो भी लोग किसी वजह से हिन्दू धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म को अपना रहे हैं, उनको आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए.
गांवों कों विकसित करने पर रणनीति बनाई
दत्तात्रेय होसबोले (Dattatreya Hosabole) ने बताया कि चार दिनों की इस बैठक में गांवों से शहर की ओर पलायन करने पर भी चर्चा की गयी. जिसको लेकर संघ की तरफ से यह रणनीति बनायी गयी कि गांव को ही विकसित किया जाए. गांव में रहने वाले युवाओं को वहीं पर स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दिए जाएं, जिससे उनको अपने घर के पास ही रोजगार मिल सके. साथ ही गांवों का सामाजिक और आर्थिक रूप से विकास करने का बैठक में संकल्प लिया गया. बैठक में यह भी निर्णय हुआ है कि संघ से जुड़े सक्षम लोग बेरोजगरों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए भी अपने स्तर से प्रयास करें. अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक को लेकर जानकारी देते हुए सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने बताया कि दो साल इस तरह की बैठक हुई है. जिस बैठक में 379 अखिल भारतीय पदाधिकारियों के पहुंचने की संभावना थी. जिसमें से 372 पदाधिकारी उपस्थित हुए और अपनी बात रखी.