भोपाल। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच अब देश भर में फिर एक अभियान चलाएगा. हिंदुस्तानियत का पैगाम लिए शुरु हो रहे इस अभियान के जरिए मुसलमानों को योग के साथ गाय और तुलसी से भी जोड़ा जाएगा. रक्षा बंधन महिलाओं के सम्मान का त्योहार कहलाएगा. इदुज्जुहा के मौके पर राष्ट्र के मुसलमानों से मंच ये अपील करेगा कि इस दिन गाय की सेवा करें और गाय का दान करें. देश में पहली बार चार दिन चले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मंथन के बाद ये कार्यक्रम तैयार हुआ है. भोपाल में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने मीडिया से अभ्यास वर्ग के आखिरी दिन मंच के अगले एक्शन प्लान को मीडिया के साथ साझा किया. इंद्रेश कुमार ने लव जेहाद वन वेशन वन लॉ जैसे मुद्दों पर भी खुलकर बात की.
इदुज्जुहा पर मुसलमान करें गाय की सेवा और दान: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अब मुसलमानों के बीच जाकर काम करेगा और उनसे अपील करेगा कि इदुज्जुहा के दिन मुसलमान ना केवल गाय की सेवा करें बल्कि उसका दान भी करें. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने बताया कि इदुज्जुहा जिसे बकरीद भी कहते हैं, बकर गाय का ही एक नाम है और हिंसा की नहीं गाय की सेवा और दान की बात कही गई है. गाय भी रब ने ही दी है गाय का इस्लाम में भी रुतबा है इज्जत है मान है. उन्होंने कहा कि असल में कुरान को गलत तरीके से पेश किया गया जिसे सुधारने का मंच प्रयास कर रहा है.
तुलसी यानि रेहान...जो कहलाता है जन्नती झाड़:इंद्रेश कुमार ने कहा को तुलसी को भी हिंदू मानकर अलग किया गया जबकि तुलसी का नाम है रेहान जो कि एक जन्नती झाड़ है. इसका जितना महत्व हिंदू परिवार में ही उतने मायने मुस्लिम परिवारों के बीच भी हैं. असल में सबसे ज्यादा दिक्कत इस वजह से ही हुई कि कुरान की अच्छी बातें जनता के बीच पहुंचाई ही नहीं गई.