जयंत चौधरी ने क्या कहा, सुनिए भरतपुर.प्रदेश की जनता ने भाजपा के 25 सांसद जिताकर भेजे, लेकिन एक भी सांसद ने ईआरसीपी के लिए संसद में खड़े होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं बोला. जिस देश की जनता को हम मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कर पा रहे, उस देश में करोड़ों रुपए खर्च करके नया संसद भवन तैयार करने की क्या जरूरत थी. मंगलवार को भरतपुर दौरे पर आए राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख (रालोद) जयंत चौधरी ने यह बातें कही. केंद्र सरकार पर भड़ास निकालते हुए चौधरी ने कहा कि नया संसद भवन बेकार इमारत है. इसकी कोई जरूरत नहीं थी. इस पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए.
बृज को मिले यमुना व ईआरसीपी का पानी: जयंत चौधरी ने कहा कि बृज और पूर्वी राजस्थान को ईआरसीपी के पानी की सबसे ज्यादा जरूरत है, लेकिन केंद्र सरकार ने इस योजना में कोई सहयोग नहीं दिया. यहां तक कि राजस्थान के किसी सांसद ने ईआरसीपी को लेकर संसद में खड़े होकर मोदी जी से नहीं कहा. जयंत चौधरी ने कहा कि मैं तो चाहता हूं कि बृज क्षेत्र को ईआरसीपी के साथ ही यमुना का पानी भी मिलना चाहिए.
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बृज, सीकर, झुंझुनूं पर नजर:एक सवाल के जवाब में जयंत चौधरी ने कहा कि इस बार हम अधिक सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे. हम चाहते हैं कि कांग्रेस इस बात का सम्मान रखें. उन्होंने कहा कि बृज क्षेत्र के साथ ही सीकर, झुंझुनूं, नागौर में भी रालोद का विस्तार करने का प्रयास रहेगा. चौधरी ने कहा कि महाराष्ट्र में तो ट्रिपल इंजन की सरकार है. सबसे बड़ी कॉरपोरेशन है, उनके अस्पताल भी हैं. फिर भी नांदेड़ क्षेत्र में 24 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 12 बच्चे शामिल हैं. कारण बताया कि हमारे पास दवाई नहीं थी, हम उपचार नहीं करा पाए.
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नया संसद भवन बेकार इमारत: चौधरी ने कहा कि नए संसद भवन की किसी सांसद ने मांग नहीं की थी. बेकार इमारत है. हमें ऐसे भवन की जरूरत ही नहीं है, करोड़ों रुपए लुटा दिए. जबकि हम आम लोगों को मूलभूत सुविधा नहीं दे पा रहे. पुराना भवन में खुला वातावरण था, नए भवन में बंद लंबे-लंबे कॉरिडोर हैं, जिनमें सांसद खो जाते हैं, एक-दूसरे को ढूंढते फिरते हैं. इतना बड़ा सदन बना दिया कि एक दूसरे की बातें ही नहीं सुन पाते. जिस देश में पीएचसी-सीएचसी का निर्माण नहीं करा पा रहे. उस देश में ऐसे भवन की क्या जरूरत थी.
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स्वास्थ्य सेवा में भारत 155वें स्थान पर: आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि देश में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की जरूरत है. देश में 10 हजार मरीजों पर सिर्फ 5 बेड उपलब्ध हैं. बांग्लादेश में भी मरीजों के लिए यहां से ज्यादा बेड उपलब्ध हैं. स्वास्थ्य सुविधाओं में दुनिया के 167 देशों में भारत 155वें स्थान पर है. जयंत चौधरी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की स्वास्थ्य सुविधाओं के हालात ऐसे हैं और फिर भी ये कहते हैं कि हम दुनिया की पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गए. ये अमृतकाल है. जबकि हकीकत में ये अमृत किसी को पीने को नहीं मिलेगा. शिशु मृत्युदर में अफ्रीका के गरीब देश जैसे हालात हैं और बोलते हैं कि हमें चीन, कनाडा से मुकाबला करना है. हमने देश में जी20 का एक कार्यक्रम कर लिया है, तो खुद की पीठ थपथपा रहे हैं.
आयुष्मान भारत में बड़ा भ्रष्टाचार: चौधरी ने कहा कि जिस समय देश में आधारभूत संरचना पर निवेश करने की आवश्यकता थी, पीएचसी-सीएचसी निर्माण की जरूरत थी, तब प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत लॉन्च किया. लेकिन हाल ही कैग की एक रिपोर्ट आई है, जिसमें बताया गया है कि प्रधानमंत्री जनस्वास्थ्य योजना (आयुष्मान भारत का पार्ट) में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है. मरीज डिस्चार्ज पहले ही हो गया और सर्जरी बाद में हुई. इस योजना में कैग के संज्ञान में 2 लाख 25 हजार ऐसे मामले आए हैं जिनमें अस्पतालों के माध्यम से डिमांड भेजकर कई 100 करोड़ रुपए उड़ा दिए गए. 88 हजार ऐसे मरीजों की जानकारी मिली जिनका उपचार मौत के बाद भी चल रहा है. लाखों कार्ड फर्जी पाए गए हैं.