मुंबई:शिवसेना की नाराजगी और मुंबई पुलिस के नोटिस के बाजवूद अमरावती से निर्दलीय सांसद सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा ने शुक्रवार को कहा कि वे यहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. दोनों नेताओं ने संवाददाताओं को बताया कि वे शनिवार को उपनगरीय बांद्रा में ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर पहुंचेंगे. इससे पहले मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को नोटिस जारी कर कहा कि वे कानून-व्यवस्था की स्थिति को बाधित न करें.
रवि राणा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने मांग की थी कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हनुमान जयंती पर 'महाराष्ट्र को संकट से मुक्त करने और राज्य की शांति के लिए' हनुमान चालीसा का पाठ करें, लेकिन शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने इससे इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा, 'हम वहां (मातोश्री) कल हनुमान चालीसा का पाठ करने जाएंगे. हम पुलिस का सहयोग करेंगे. मैंने अपने कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि मुंबई में कानून-व्यवस्था भंग न हो. पुलिस और लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए.'
राणा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कोरोना वायरस महामारी के दौरान दो साल तक राज्य सरकार के प्रशासनिक मुख्यालय मंत्रालय नहीं गए और राज्य के सांसदों और विधायकों से मुलाकात नहीं की. सांसद नवनीत राणा ने कहा कि अगर कोई आम व्यक्ति दो साल तक कार्यालय नहीं जाए, तो उसे वेतन नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा, 'हमारे मुख्यमंत्री को बिना काम किए वेतन मिल रहा है.' उन्होंने शिवसेना सांसद संजय राउत के इस बयान को भी खारिज कर दिया कि भाजपा के इशारे पर पति-पत्नी दोनों इस राजनीतिक स्टंट में शामिल हैं.
शिवसेना सांसद विनायक राउत ने भारतीय जनता पार्टी पर राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को परेशान करने और राणा दंपति तथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे को एक मोहरे के रूप में इस्तेमाल करने की साजिश रचने का आरोप लगाया. शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ और रामनवमी उत्सव आस्था का विषय है, स्टंट का नहीं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'राणा जैसे लोग भाजपा के नौटंकी और स्टंट के पात्र हैं. लोग इस स्टंट को गंभीरता से नहीं लेते.'