रामबन/जम्मू : आतंकवादी संगठन जम्मू-कश्मीर गजनवी फोर्स (जेकेजीएफ) के दो सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने शनिवार को दावा किया है कि उसने रामबन जिले में पुलिस चौकी के सामने हुए विस्फोट की एक घटना को 72 घंटे के भीतर सुलझा लिया है. गौरतलब है कि गुल इलाके के इंड गांव स्थित पुलिस चौकी पर दो अगस्त को अज्ञात आतंकवादियों द्वारा विस्फोटक फेंके जाने की घटना में दो पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हो गए थे. इस इलाके में गत एक दशक में इस तरह की यह पहली घटना थी जबकि इलाके को आतंकवाद मुक्त घोषित किया गया है.
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रामबन की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मोहिता शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि जेकेजीएफ के गुल निवासी दो सदस्यों शाहदीन पडयार और मोहम्मद फारूक को पुलिस चौकी के बाहर हुए विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि जेकेजीएफ पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन है. पिछले साल उसका नाम सामने आया था. अधिकारी ने बताया कि गुल पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता और विस्फोटक सामग्री अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर प्रकरण की जांच शुरू की गई.
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घटना के तुरंत बाद पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित सुरक्षाबलों ने संयुक्त रूप से बड़े पैमाने पर इंड और उससे सटे गुल इलाके में हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया था. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर हाथ से लिखी एक पर्ची मिली थी जिसमें लिखा गया था कि हमले की जिम्मेदारी जेकेजीएफ ले रहा है. एसएसपी ने बताया कि फारूक के पास से मोबाइल फोन और पांच सिम कार्ड बरामद किए गए हैं.