नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर राज्य सरकार से मंगलवार को एक विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यपाल सी वी आनंद बोस से बात करने तथा राज्य में और खासतौर पर हावड़ा के हिंसा प्रभावित इलाकों में मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के कुछ दिनों बाद यह कदम उठाया गया है.
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने हावड़ा में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर पश्चिम बंगाल सरकार से एक विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. पुलिस ने बताया कि 30 मार्च को इस त्योहार के दौरान दो समूहों के बीच झड़पें हुई थीं. इलाके में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था और दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी. हावड़ा में हिंसा के सिलसिले में 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
एमएचए का यह कदम पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख सुकांत मजूमदार द्वारा रविवार को रामनवमी समारोह के दौरान राज्य में हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दूसरा पत्र लिखने और उनके तत्काल हस्तक्षेप की मांग के बाद आया है. एक हफ्ते से भी कम समय में बंगाल में हुई हिंसा के संबंध में शाह को मजूमदार का यह दूसरा पत्र था.
मजूमदार ने शाह को भेजे अपने पत्र में लिखा कि 'हावड़ा और दलखोला में रामनवमी के जुलूसों पर सांप्रदायिक हमले के संबंध में मेरे 31 मार्च के पहले के पत्र के क्रम में, यह सूचित किया जाता है कि हमले अभी तक बंद नहीं हुए हैं और पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में हो रहे हैं.' उन्होंने कहा कि रविवार को हुगली जिले के रिशरा में रामनवमी के जुलूस पर एक और हमला किया गया, जिसमें भाजपा सांसद और अखिल भारतीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष भाग ले रहे थे.