अयोध्या: 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने वाले आमंत्रित रामभक्तों के रहने और खाने की व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार सक्रिय हो गई है. प्रदेश सरकार ने अयोध्या के विभिन्न होटलों, धर्मशालाओं और गेस्ट हाउस में पहले से ही कमरे आरक्षित कर लिए हैं. सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक प्रतिदिन लगभग 30000 लोगों के रहने की व्यवस्था बनाई गई है. सरकार की यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी या नहीं, यह अभी तय नहीं है.
60 होटलों में बुक किए गए कमरे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं और पर्यटकों के ठहरने की चाक-चौबंद तैयारी कर रहा है. इसके लिए होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस, होम स्टे, पेइंग गेस्ट, टेंट सिटी, आश्रय स्थल, डॉरमेट्री आदि में व्यवस्था की जा रही है. फिलहाल की तैयारी के अनुसार 60 होटलों में 40 कमरों के हिसाब से 7200 पीपीडी (पर्सन पर डे) को रोका जाएगा. 171 धर्मशाला-गेस्ट हाउस में 17 हॉल व 2742 कमरों की अनुमानित व्यवस्था है. 2742 कमरों में चार लोगों तथा 17 हॉल में पांच लोगों के ठहरने की व्यवस्था के अनुरूप माना जा रहा है कि 11818 पीपीडी रामनगरी में रुककर दर्शन-पूजन कर सकते हैं.
होम स्टे योजना से मिलेगा श्रद्धालुओं को बड़ा फायदा
होम स्टे-पेइंग गेस्ट योजना के तहत भी अयोध्या में काफी कार्य हो चुका है. यहां 570 संपत्तियां ऑन बोर्ड हो चुकी हैं. प्रति होम स्टे में चार कमरे और दो पीपीआर (पर्सन पर रेशियो) के हिसाब से प्रतिदिन 4400 लोगों के रुकने की व्यवस्था कराई जा रही है. फिलहाल सरकारी स्तर पर 200-200 लोगों की व्यवस्था वाली दो टेंट सिटी तथा तीन आश्रय स्थलों में 5100 व्यक्ति यानी कुल 5400 लोगों के रुकने की व्यवस्था कराई जा रही है. वहीं डॉरमेट्री की व्यवस्था के अनुरूप तीन व्यावसायिक संकुल में प्रस्तावित डॉरमेट्री में 700 बेड्स की व्यवस्था सुचारू रूप से की हो रही है.