नई दिल्ली: गुजरात में बिल्किस बानो गैंगरेप और परिवार के सात सदस्यों की हत्या के दोषियों को रिहा किए जाने का विरोध लगातार जारी है. नई दिल्ली में रविवार को महिला संगठनों की ओर से जंतर मंतर पर रैली निकाली गयी. रैली में शामिल महिलाओं ने सरकार के प्रति नाराजगी जतायी. ईटीवी भारत के प्रतिनिधि ने धरना प्रदर्शन में शामिल गौहर रजा से बात की.
जंतर मंतर पर महिला संगठनों की रैली उन्होंने कहा कि वह इस सब के लिए प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार मानते हैं क्योंकि कोई भी भाजपा नेता इन 11 लोगों को उनकी अनुमति के बिना रिहा करने की हिम्मत नहीं करेगा. इसलिए इसके लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वो हैं प्रधानमंत्री मोदी. योजना आयोग के पूर्व सदस्य सैयदा सैयदीन हमीद ने कहा कि हम मुसलमान हैं और आप हमारी हालत समझ सकते हैं.
लेकिन इस विरोध को देखने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि जब यह आवाज जमीन पर उठेगी तो बदलाव जरूर आएगा. उन्होंने कहा कि यह विरोध असामान्य नहीं है. इतने सारे लोग मिलकर इतना बड़ा तूफान उठा रहे हैं. इस तूफान के दूरगामी प्रभाव पड़ने वाले हैं. प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने कहा कि 14 साल बाद कई अपराधी रिहा होते हैं, लेकिन इनमें बलात्कार और हत्या करने वाले, सामूहिक बदनामी करने वाले और 3 साल की बच्ची को पत्थर मारने वालों में शामिल नहीं होते हैं.
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पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब ने कहा कि एक तरफ हम आजादी का जश्न मना रहे हैं, दूसरी तरफ एक महिला के साथ सामूहिक अपमान करने वाले अपराधियों को रिहा कर रहे हैं, तो क्या यही आजादी है? उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि 75 साल का जश्न किस दिन मनाया जा रहा है.