Rakshabandhan Special: सेना के जवानों को बिलासपुर वासियों ने भेजी 27 फीट की अनोखी राखी, परमवीर चक्र विजेताओं के नाम राखी में दर्ज
Rakshabandhan Special: बिलासपुर में जवानों के लिए 27 फीट की अनोखी राखी तैयार की गई है. ये राखी पंजाब के उधमपुर में जवानों के लिए भेज दी गई है. इस राखी में 28 तस्वीरों को लगाया है. इन तस्वीरों में परमवीर चक्र विजेताओं के साथ पीएम मोदी और रक्षा मंत्री की भी तस्वीर है.
जवानों के लिए 27 फीट की अनोखी राखी
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Published : Aug 21, 2023, 10:57 PM IST
जवानों के लिए 27 फीट की अनोखी राखी
बिलासपुर:बिलासपुर की साई मौली मंदिर समिति ने देश के जवानों के लिए एक अनोखी राखी तैयार की है. यह राखी 27 फीट लंबी और 6 फीट चौड़ी होने के साथ ही ढाई फीट ऊंची भी है. इस खास राखी में अंडमान निकोबार के 21 द्वीप समूह, जिनका नाम वीर जवानों के नाम पर रखा गया है, उन जवानों की तस्वीरें हैं. साथ ही परमवीर चक्र विजेताओं के नाम और फोटो भी है. पीएम मोदी और देश के रक्षा मंत्री की तस्वीर के साथ तीनों सेना के अधिकारियों की तस्वीर भी इस राखी में लगाई गई है.
उधमपुर के जवानों के लिए बनी अनोखी राखी:साई मौली मंदिर समिति ने ये खास राखी पंजाब के उधमपुर के जवानों के लिए बनाकर भेजा है. इस राखी को जिला सैनिक कल्याण बोर्ड बिलासपुर के अधिकारियों के माध्यम से सड़क मार्ग से उधमपुर भेजा गया है. देश के वीर जवानों को ये अनोखी राखी उपहार के तौर पर दी जाएगी. इस समिति ने पिछले साल भी 15 फीट लंबी रखी बनाई थी, जिसे लद्दाख के जवानों के लिए भेजा गया था.
लगातार वीर जवानों के लिए भेजी जा रही राखी:इस खास राखी में बारे में समिति के संयोजक दिलीप देवरकर पात्रेकर ने ईटीवी भारत को बताया कि, "देश के जवानों के पास उनके घर की राखी शायद ही पहुंच पाती है. और अगर पहुंचती भी है तो वह छोटी राखी होती है, जिसे कलाई में बांधा जाता है. हमने विभिन्न सैन्य संघटको के सैनिक, परमवीर चक्र विजेता, अशोक चक्र विजेता, महावीर चक्र विजेताओं के सैनिकों की फोटो इस खास राखी में लगाई है. पिछली बार ढाई फीट चौड़ी और 15 फीट लंबी राखी हमने लद्दाख भेजा थी. इस बार विचार हुआ कि क्यों न अब राखी पहले से बड़ी बनाई जाए, ताकि इस बार कुछ अलग हो सके. हमने इस बार 27 फीट लंबी, 6 फीट चौड़ी और ढाई फीट ऊंची राखी तैयार की है.
देश के जवानों के पास उनके घर की राखी नहीं पहुंच पाती. पिछले साल हमने 15 फीट की लंबी राखी बनाकर जवानों को भेजी थी. इस बात 27 फीट की राखी बनाकर भेज रहे हैं. इसे तैयार करने में महीनों लग गए. -दिलीप देवरकर पात्रेकर, समिति के संयोजक
राखी बनाने का था खास उद्देश्य:समिति के सदस्य राजन पथे ने कहा, " इस यादगार और अनोखी राखी को बनाने का एकमात्र उद्देश्य यह है कि हम लोग अपने घर में आराम से जिनकी वजह से रहते हैं. वे सैनिक किसी भी त्यौहार में अपने घर नहीं जा पाते. वह हमारी रक्षा के लिए देश की सरहद पर पूरे समय तैनात रहते हैं. उनको थोड़ी खुशी देने और उनके हाथों में भी राखी बांधे इस उद्देश्य से छोटी और बड़ी राखी उनके लिए भेजी गई है. बड़ी राखी उन्हें हमेशा यह याद दिलाती रहेगी कि देश के लोग उनसे प्रेम करते हैं. छोटी राखी कलाई में बंधी रहेगी तो उन्हें यह एहसास रहेगा कि पूरा देश उन्हें चाहता है.
हम लोग अपने परिवार के साथ खुशी के पल जिनके कारण बिताते हैं, उनको सरहद पर त्यौहारों के दिन निराश रहना पड़ता है. इसलिए हमने उनको थोड़ी खुदी देने के लिए ऐसी खास राखी तैयार की है. -राजन पथे, सदस्य, साई मौली समिति
27 फीट लंबी राखी की खासियत: 27 फीट लंबी राखी में राखी तैयार करने वालों का प्रेम दिख रहा है. ये राखी अपने आप में अनोखा है. यह राखी 27 फीट लंबी, 6 फीट चौड़ी और ढाई फीट ऊंची है. पीएम मोदी ने अंडमान निकोबार के 21द्वीपों का जिन सैनिकों के नाम पर नामकरण किया है, उनकी इस राखी में तस्वीर लगाई गई है. इसमें परमवीर चक्र विजेताओं के नाम की तस्वीर भी है. साथ ही समिति ने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के साथ तीनों सेना के अधिकारियों की भी तस्वीर लगाई है. राखी में कुल 28 तस्वीर लगाई गई है. इस राखी को सरहद तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है.