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Rakesh Tikait ने नीतीश के सामने पीएम बनने के सपने को पूरा कराने के लिए रखी शर्त, नहीं मानने पर दी ये चेतावनी - राकेश टिकैत ने नीतीश कुमार को सलाह दी

किसान नेता राकेश टिकैत सात अक्टूबर से तीन दिवसीय बिहार यात्रा पर हैं. जहां-जहां किसान अपनी मांग को लेकर आंदोलन बैठे हुए हैं, वहां-वहां जाकर उनसे मुलाकात करेंगे और जनसभा को संबोधित करेंगे. इसी क्रम में राकेश टिकैत रविवार को सासाराम पहुंचे. नीतीश को प्रधानमंत्री बनने के लिए क्या करना होगा बताया. पढ़ें, विस्तार से.

राकेश टिकैत, किसान नेता.
राकेश टिकैत, किसान नेता.

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 8, 2023, 6:30 PM IST

Updated : Oct 8, 2023, 6:49 PM IST

राकेश टिकैत, किसान नेता.

रोहतास: किसान नेता राकेश टिकैत आज 8 अक्टूबर को सासाराम पहुंचे. जिले के कोआथ हाईस्कूल के मैदान में किसान पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने प्रति क्विंटल धान की कीमत 26 सौ रुपये देते हैं. तेलंगाना की सरकार 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की सब्सिडी देती है. उन्होंने बिहार सरकार सरकार से एमएसपी और किसान पेंशन देने की मांग की, इसके बदले में नीतीश कुमार को एक आश्वासन भी दिया.

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"पीएम का सपना देख रहे हो नीतीश जी, आप बिहार में एमएसपी की गारंटी कर दीजिए, किसानों का अनाज एमएसपी से कम कीमत पर खरीदने वालों पर कानूनी कार्रवाई कीजिए, हम आपका प्रचार करेंगे."- राकेश टिकैत, किसान नेता

बिहार के किसान मजदूर बनकर रह गयेः राकेश टिकैत ने नीतीश को समर्थन देने का वादा करने के साथ ही चेतावनी भी दी. कहा, जरूरत पड़ी तो पटना की सड़कों पर ट्रैक्टर चलेंगे. उन्होंने कहा कि अभी तो आंदोलन शुरू ही नहीं हुआ है. एक भी आंसू गैस का गोला नहीं छूटा है. स्वामी सहजानंद सरस्वती का नाम लेते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि बिहार के किसान मजदूर बनकर रह गये हैं. बिहार के लोग देश व दुनिया में भरे पड़े हैं. बड़े व्यापारी आपकी जमीन लूटेगा और आप उसके यहां अपनी जमीन पर ही मजदूरी करेंगे

एक साल की फसल का त्याग करोः राकेश टिकैत ने किसानों से कहा कि एक साल की फसल का त्याग करो, सरकार घुटने टेक देगी. टिकैत ने अपील की है कि संगठन बनाओ और पटना की सड़कों पर चलने के लिए तैयार रहो. सरकारें गांव, खेत व किसानों के लिए काम करने लगेगी. सभा को संबोधित करते हुए राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि बिहार में 2006 में मंडी व्यवस्था समाप्त कर दी गयी. इस वजह से राज्य के किसानों को उनकी उपज पर एक लाख करोड़ का नुकसान प्रति वर्ष हो रहा है.

किसान को बर्बाद किसने किया: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव रणवीर सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश के किसानों को बर्बाद करने में केंद्र एवं राज्य सरकार जिम्मेदार है. बिहार के किसानों की फसल एवं नस्ल बचाने के लिए दिल्ली की तरह पटना को भी घेरने की जरूरत पड़ी तो भारतीय किसान यूनियन इसके लिए तैयार है.

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Last Updated : Oct 8, 2023, 6:49 PM IST

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