दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

एनसीपी सांसद ने स्वामी के ट्वीट से मोदी सरकार को घेरा, भारत रत्न वाजपेयी के बयान का भी जिक्र - राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा

एनसीपी सांसद फौजिया खान (rajya sabha ncp mp fauzia khan) ने आज संसद में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट का जिक्र कर केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने चीनी सेना की आक्रामकता को लेकर स्वामी के ट्वीट को लेकर कहा, खुद भाजपा सांसद ने कहा है कि 56 इंच के सीने पर चीनी चढ़े बैठे हैं, इसके बाद भी सरकार मौन है.

ncp mp fauzia khan
एनसीपी सांसद फौजिया खान

By

Published : Feb 7, 2022, 12:57 PM IST

Updated : Feb 7, 2022, 1:45 PM IST

नई दिल्ली :राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सांसद फौजिया खान ने भारत चीन सीमा विवाद के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने खुद एक ट्वीट में लिखा है कि 56 इंच के सीने पर चीनी चढ़े बैठे हैं. फौजिया ने कहा कि सेना के लिए जिस तरीके के उपकरण, राशन और अन्य सुविधाएं चाहिए, वैसी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कैग ने चार साल पहले इस मामले में जांच की अनुशंसा की थी.

स्वामी का ट्वीट
बता दें कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने 28 जनवरी को एक ट्वीट कर पीएम मोदी के नाम के साथ लिखा था, वे (नरेंद्र मोदी) इस बात से अनभिज्ञ हैं कि चीनी सेना 56 इंच के सीने पर चढ़ी बैठी है, और वे लगातार यह कह रहे हैं कि 'कोई आया नहीं..'

भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट

सोशल जस्टिस कहां ?
उन्होंने कहा कि सोशलिज्म की जो बातें की जाती हैं, जब पब्लिक सेक्टर यूनिट्स का निजीकरण किया जा रहा है. फौजिया खान ने कहा कि जनवितरण प्रणाली के लिए आवंटित की जाने वाली राशि में कटौती की गई है, जो निराशाजनक है. गरीब अगर प्राथमिकता में नहीं है तो सोशल जस्टिस कहां है ?

एनसीपी सांसद ने स्वामी के ट्वीट से मोदी सरकार को घेरा

वाजपेयी का जिक्र
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल और उनके बयान का जिक्र कर कहा, वाजपेयी जी ने कहा था, अगर भारत सेकुलर नहीं है तो भारत वैसा नहीं है, जैसा इसे होना चाहिए. फौजिया ने कहा कि विशेषरूप से अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है.

राज्य सभा में एनसीपी सांसद फौजिया खान का बयान

बजट सत्र की अन्य खबरें-

सत्तारूढ़ पार्टी से तीखा सवाल
फौजिया खान ने कहा कि जिस प्रकार सत्तारूढ़ दलों के जिम्मेदार लोग नपे-तुले अंदाज में मौन रहकर ऐसे प्रकरणों को जायज ठहराने की कोशिश करते हैं; ऐसे में सेकुलरिज्म के आदर्शों का अपमान होता है. उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा (discussion on motion of thanks to address of president) के दौरान सरकार के अन्य फैसलों पर भी तीखे सवाल किए.

Last Updated : Feb 7, 2022, 1:45 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details