नई दिल्ली :आम बजट पर सामान्य चर्चा (union budget 2022) के दौरान राज्य सभा में मंगलवार को विपक्षी दलों के नेताओं ने रोजगार के अवसर और गरीबों के कल्याण के लिए कोई घोषणा नहीं करने का आरोप लगाया. विपक्षी दलों के सांसदों ने केंद्र सरकार को आगाह किया कि वह भले ही गरीबों को भूल गयी हो किंतु लोग उसे नहीं भूलेंगे क्योंकि गरीबों की स्मृति बहुत लंबी होती है. वहीं, सत्ता पक्ष ने विपक्ष के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बजट में गांव, गरीब और किसान सहित समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए घोषणाएं की गयी हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने वित्त वर्ष 2022-23 के आम बजट पर चर्चा शुरू करते कहा कि कांग्रेस को धन्यवाद दिया जाना चाहिए जिसके कारण वह राज्य सभा में बोल पा रहे हैं अन्यथा भारत सरकार के 1919 के कानून के अनुसार इसे 'काउंसिल ऑफ प्रिसेंस' कहा जाता.
चिदंबरम ने कहा, 'वह टुकड़े टुकड़े गैंग के सदस्य हैं...मैं इससे निराश नहीं हूं. इसी संसद में प्रश्न किया गया था कि टुकड़े टुकड़े गैंग के कौन कौन सदस्य हैं? माननीय मंत्री ने कहा कि हमारे पास टुकड़े टुकड़े गैंग के बारे में कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है.' उन्होंने कहा कि 31 जनवरी 2021 को 8,72,243 सरकारी पद रिक्त थे और 'सर्वशक्तिमान भारत सरकार ने 78,264 पदों को भरा एवं करीब आठ लाख पदों को खाली रहने दिया गया.'
पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों के बारे में कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, नदियों में बहने वाले शवों के बारे में कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, कितने प्रवासी अपने घरों तक पैदल चल कर गये, इसका कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के बारे में कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, जो काम 2022 में किया जाना था.
आंकड़े न बताने पर एनडीए पर कटाक्ष
चिदंबरम ने एनडीए सरकार पर कटाक्ष किया और कहा, यह सरकार 'नो डाटा एवेलेबल (NDA-कोई आंकड़ा उपलब्ध नहीं है) है.' उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में वित्त मंत्री ने 6.8 प्रतिशत का राजकोषीय घाटा होने का अनुमान व्यक्त किया था. उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री को इसके लिए उन्होंने आगाह भी किया था, किंतु वित्त मंत्री ने तब कहा था कि हम इससे बेहतर करेंगे. चिदंबरम ने कहा कि वास्तव में यह 6.9 प्रतिशत रहा.
चिदंबरम ने कहा कि विनिवेश के लिए एक लाख 75 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य तय किया गया था. उन्होंने कहा कि वह सरकार के आभारी हैं कि इस लक्ष्य में मात्र 75 हजार करोड़ रुपये ही एकत्र किए गए. उन्होंने कहा कि 2021-22 के बजट अनुमान में 5,54,236 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय रहने की बात कही गयी थी. उन्होंने कहा कि पूजीगत व्यय से विकास को गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि संशोधित अनुमान एक सुखद आश्चर्य के रूप में आया जिसमें इसे बढ़ाकर 6,02,711 करोड़ रुपये बताया गया. उन्होंने कहा कि इसमें एअर इंडिया के एकबारगी रिण भुगतान के लिए दी गयी 51,971 करोड़ राशि शामिल थी.
सरकार बताए- कितनी नौकरियों का सृजन हुआ ?
उन्होंने सवाल किया कि एअर इंडिया को दी गयी राशि पूंजीगत व्यय कैसे हो सकती है? उन्होंने सरकार के पूर्व बजट में कुछ ट्रेनों के निजीकरण सहित कई घोषणाओं पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि इन संबंध में कुछ नहीं किया गया. पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि उनकी पार्टी की नीति तीन डब्ल्यू पर आधारित हैं अर्थात वर्क (कार्य), वेलफेयर, (कल्याण) और वेल्थ (संपत्ति). उन्होंने कहा कि हम संपत्ति के निर्माण के विरुद्ध नहीं हैं किंतु वर्क यानी नौकरियां भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था और सरकार को हमें (संसद) को यह बताना चाहिए कि कितनी नौकरियां सृजित की गयी?