राजकोट : डॉक्टर अपेक्षा मारडियाए ने हाल ही में कोरोना के कारण अपने माता-पिता को खो दिया, लेकिन इसके बावजूद वह अपने फर्ज से पीछे नहीं हटीं और तुरंत कोरोना मरीजों की सेवा में लग गईं.
पी.डी.यू. मेडिकल कॉलेज में दूसरे वर्ष में पढ़ने वाली अपेक्षा डॉक्टर होने के नाते अपने कर्तव्य को समझती हैं. अपेक्षा का कहना है कि उनके माता-पिता नहीं रहे उन्हें इस बात का दुख है, लेकिन इस महामारी के दौर में वह लोगों कि मदद करना चाहती हैं. लोगों के माता-पिता को बचा कर वह अपने माता-पिता को श्रद्धांजलि देना चाहती हैं.