चेन्नई :अपनी स्वास्थ संबंधी चिंताओं और अभी जारी कोविड -19 महामारी को देखते हुए राजनीति से पीछे हटने की अफवाह फैलाने वाले आलोचकों और संदेह करने वालों को चुप करते हुए सुपरस्टार रजनीकांत राजनीति के अखाड़े में उतर गए. 'रजनी मैजिक' को फिर से प्रदर्शित करते हुए उन्होंने गुरुवार को घोषणा की है कि वह नए साल की पूर्व संध्या पर अपनी राजनीतिक पार्टी का विवरण सार्वजनिक करेंगे. साथ ही होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के कुछ महीने पहले इसे लॉन्च करेंगे.
उन्होंने एक ट्वीट पोस्ट किया, अभी नहीं तो कभी नहीं, अद्भुद वस्तु और चमत्कार हाथ में ही है. इसके बाद फिर अपने आवास पर मीडिया सम्मेलन में उन्होंने कहा, तमिलनाडु के भाग्य को बदलने का समय आ गया है.
राजनीतिक दबाव को लेकर कवर स्टोरी
रजनीकांत के राजनीति में प्रवेश को लेकर तीन दशकों से अधिक समय से सार्वजनिक रूप से बहस चल रही थी. वर्ष 1996 में तब यह सबसे अधिक जोर पकड़े हुए थी, जब उन्होंने एक पंक्ति में कहा था अगर जयललिता को सत्ता में वापस लाने के लिए वोट दिया जाता है तो भगवान भी तमिलनाडु को नहीं बचा सकते. इस पंक्ति ने अन्नाद्रमुक (एआईडीएमके) की जयललिता को सत्ता से बाहर कर दिया और द्रमुक (डीएमके) को कांग्रेस के बागी जीके मूपनार की पार्टी तमिल मानिला कांग्रेस (टीएमसी) के साथ गठबंधन कर सत्ता में वापस लाने में मदद की, लेकिन इससे पहले वर्ष 1992 में भी एक लोकप्रिय तमिल पत्रिका ने अभिनेता के अपने प्रशंसक क्लबों के साथ राजनीतिक में प्रवेश को लेकर राजनीतिक दबाव को लेकर कवर स्टोरी की थी.
'अभी नहीं तो कभी नहीं'
अब जब प्रशंसकों के विशाल समूह के साथ फिल्म स्टार ने अपना मन बना लिया है तो उनके प्रशंसक उत्साहित हो गए हैं और पूरे राज्य में जश्न मना रहे हैं. उसके तुरंत बाद रजनीकांत ने ट्वीट को हैशटैग 'अभी नहीं तो कभी नहीं' और हम लोग बदलेंगे, हर चीज बदलेंगे (वी विल चेंज, चेंज एवरीथिंग) के साथ पोस्ट किया. यह चर्चा का केंद्र बन गया. रजनीकांत वर्ष 1996 में राजनीति में प्रवेश को लेकर बातचीत से बचते रहे थे. फिल्म स्टार ने पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक की सुप्रीमो जयललिता और द्रमुक के संरक्षक एम करुणानिधि के निधन के बाद वर्ष 2017 में अपने प्रशंसकों से परामर्श लेना शुरू कर दिया था. उसी साल दिसंबर में उन्होंने कहा था, मेरे लिए राजनीति कोई नई बात नहीं है, मैंने 1996 में ही प्रवेश किया है.
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सोशल मीडिया में स्वास्थ्य समस्या की पुष्टि
करीब छह दिन तक परामर्श के बाद उन्होंने कहा, मैंने राजनीति में कदम रखा है. यह समय की मांग है. मैं पार्टी बनाऊंगा और तमिलनाडु की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ूंगा. चूंकि, रजनीकांत राजनीतिक दल के गठन को लंबा खींच रहे थे, जिससे भाजपा को छोड़कर विभिन्न वर्गों की ओर से आलोचना की जा रही थी. पिछले महीने के अंत में अभिनेता को एक बयान जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा था. सोशल मीडिया पर प्रसारित इस संदेश में उनके स्वास्थ्य की समस्या की पुष्टि की गई थी.