लखनऊः भारतीय किसान यूनियन में दो फाड़ हो गया है. राजधानी लखनऊ के गन्ना संस्थान में आयोजित किसान यूनियन की बैठक में राकेश टिकैत और नरेश टिकैत को बाहर कर दिया गया है. इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर राजेश सिंह चौहान को मनोनीत कर दिया गया है. इसके अलावा संगठन में कई अन्य पदाधिकारियों को भी मनोनीत किया गया है.
आज किसान यूनियन की बैठक में पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई बड़े किसान नेताओं की उपस्थिति में राकेश टिकैत और नरेश टिकैत को बाहर करने का फैसला हुआ. इन लोगों का विरोध जताया गया. बैठक में कहा गया कि राकेश टिकैत राजनीतिक गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं और पूरी तरह से राजनीति की ओर उनका झुकाव रहता है. ऐसे में उनकी इस संगठन को जरूरत नहीं है.
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने राजेश सिंह चौहान ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कार्यकारिणी के द्वारा निर्णय लिया गया है कि मूल किसान यूनियन थी, जो हमारे परिवार के लोग थे. हमारा 33 साल संगठन का इतिहास है, 13 महीने में किसान आंदोलन के बाद जब हम लोग घर वापस आये तो हमने देखा कि नरेश टिकैत, राकेश टिकैत राजनीति से प्रेरित हो गये हैं. हमारा किसान यूनियन अराजनैतिक था और अराजनीतिक ही रहेगा.
राकेश टिकैत ने कहा था कि सभी किसान विधान सभा चुनाव के दौरान ईवीएम मशीन की निगरानी में जुट जाएं. जिसका हमने विरोध भी किया था. ये काम किसानों का नहीं है, हम राजनीतिक दल के साथ नहीं हो सकते हैं. आज इस बैठक में पूरे प्रदेश के किसान आये हैं. जिसमें ये तय किया गया है कि हम राजनीति करने वालों को संगठन में नहीं रखेंगे.