प्रतापगढ़. राजस्थान की प्रतापगढ़ पुलिस ने सरकारी योजना का लालच देकर फर्जी अकांउट खुलवाकर करोड़ों रुपए की ठगी करने के मामले में मुख्य आरोपी को रविवार को मुम्बई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी कर रखा था. आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 21 अक्टूबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. वहीं, पुलिस इस मामले में चार आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है. साथ ही 68 खातों को फ्रिज करवाया गया था. इन खातों से करीब 2 हजार करोड़ का लेनदेन होना सामने आया था.
लालच देकर खुलवाए खातेःपुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना मध्यप्रदेश के रतलाम निवासी मृगांक मिश्रा पिछले पांच महीने से फरार चल रहा था. प्रतापगढ़ के कुछ लोगों ने मई 2023 में कोतवाली में रिपोर्ट दी थी. रिपोर्ट में बताया था कि सरकारी योजना के तहत रुपए का लालच देकर उनके नाम से बैंक में खाते खुलवाए गए. उन्हें बताया गया कि इन खातों में सरकारी योजना के तहत रुपए डलवाए जाएंगे. उनके नाम से सिम कार्ड भी जारी करवाए गए. रिपोर्ट में बताया कि बाद में बैंक की तरफ से जानकारी दी गई कि उनके खातों में ज्यादा ट्रांजेक्शन हो रहा है, जिसके बारे में परिवादी को कुछ पता नहीं था. इस पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया.
खातों को कराया डेबिट फ्रिजःएसपी ने बताया कि इस केस की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया. साइबर टीम ने कार्रवाई करते हुए इन खातों को संदिग्ध माना और डेबिट फ्रिज करवाया. इन खातों से संदिग्ध राशि जिन खातों में ट्रांसफर की गई, ऐसे 90 से ज्यादा खातों का अब तक पता लगाया जा चुका है. जब इन खातों का पुलिस ने विश्लेषण किया गया तो सामने आया कि यह रकम आईपीएल सट्टे और अन्य संदिग्ध कार्यों में जमा की गई थी. इन सभी खातों को डेबिट फ्रिज करवाकर अभी तक 3 करोड़ 88 लाख 29 हजार 178 रुपए की संदिग्ध रकम होल्ड करवाई गई है. वहीं, पुलिस फर्जी खाते खुलवाने वाले 4 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है. उनके पास से 20 से ज्यादा डेबिट, क्रेडिट कार्ड जब्त किए गए.