ऋषिकेश पहुंचीं राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे. ऋषिकेश (उत्तराखंड): राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ऋषिकेश पहुंचीं हैं. आज उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट कर आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने हवन अनुष्ठान में आहुति भी दी. इसके अलावा वसुंधरा राजे ने राजस्थान की भूमि से लाए पौधे को स्वामी चिदानंद को भेंट किया.
जीवन महलों में नहीं, बल्कि समाज सेवा के लिए होनी चाहिएःपरमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि राजस्थान की धरती शौर्य और शूरता की धरती है. महाराणा प्रताप ने घास की रोटियां खाकर राष्ट्र के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया था. महाराणा प्रताप तो शौर्य के प्रतीक हैं, लेकिन उनका चेतक भी अद्भुत था. राजस्थान की धरती से ही मीरा बाई जो महलों में पली फिर भी अपने श्याम के चरणों में सब कुछ समर्पित कर दिया. इससे उन्होंने संदेश दिया कि जीवन महलों में नहीं है, बल्कि समाज सेवा के लिए है.
वसुंधरा राजे ने हवन अनुष्ठान में दी आहुति बारिश के लिए पौधों का रोपण करना होगाःस्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा राजस्थान का ज्यादातर हिस्सा मरुस्थल है, जहां जल नाममात्र के लिए भी नहीं है. जिसके कारण राजस्थान वासियों को जल संकट का सामना करना पड़ता है. बारिश के न होने पर तो वहां भीषण संकट पैदा हो जाता है, जिससे जीवन लगभग दूभर हो जाता है. इसलिए हम सभी को मिलकर बारिश को आकर्षित करने वाले पौधों का रोपण करना होगा. उन्होंने कहा कि पेड़ों की जो अंधाधुंध कटाई हो रही है, जिससे न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे विश्व में जल संकट गहराता जा रहा है.
मानवीय गतिविधियों ने जल संकट को भयावह बनायाःउन्होंने कहा कि अपनी प्राकृतिक संरचना के कारण राजस्थान सदैव ही जलाभाव से पीड़ित रहा है, लेकिन मानवीय गतिविधियों ने इस संकट को और ज्यादा भयावह बना दिया है. अब समय आ गया है कि अब हम वर्षा जल को ज्यादा से ज्यादा बचाने की कोशिश करें. क्योंकि जल का कोई विकल्प नहीं है. जल की एक-एक बूंद अमृत है, इन्हें सहेजना आवश्यक है. अगर अभी जल नहीं सहेजा गया तो भविष्य में हालात और भी बुरे हो सकते हैं.
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वसुंधरा राजे बोलीं, संतों के सानिध्य और आशीर्वाद से जीवन में होता है काफी बदलावः राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती का आशीर्वाद हमेशा मिलता रहता है. संतों के सानिध्य और आशीर्वाद से हमारे जीवन में बहुत कुछ बदल जाता है. कथाएं हमारे जीवन को बदलने का काम करती हैं. उन्होंने कहा कि परमार्थ निकेतन आश्रम में स्वामी चिदानंद महाराज का सान्निध्य तो मिला ही है, साथ ही नित्य होने वाले हवन अनुष्ठान में आहुति देने का भी सौभाग्य मिला है.
वसुंधरा राजे ने कहा कि स्वामी चिदानंद सरस्वती ने अपने हाथों में पर्यावरण और जल संरक्षण का बीड़ा उठाया है. उसके लिए हम सभी को सहयोग करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारी आस्था और प्रेरणाओं के साथ मानव कल्याण का काम भी जोड़ लें तो काफी बड़ा परिवर्तन हो सकता है, सियासत के साथ धर्म को जोड़ने से बहुत कुछ बदल सकता है. पीएम मोदी के प्रयासों से भगवान श्री राम का भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है.