जयपुर : एंजियोप्लास्टी के बाद मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है. आज उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. हालांकि अस्पताल से घर जाने के बाद भी कुछ दिनों तक चिकित्सकों ने उन्हें घर पर ही आराम करने की सलाह दी है. इसके अलावा एक मेडिकल टीम भी उनके घर पर मौजूद रहेगी. जहां 24 घंटे उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी जाएगी.
बता दें, सीएम अशोक गहलोत ने सवाई मानसिंह अस्पताल से बाहर आते ही हाथ जोड़कर जनता को धन्यवाद दिया. उन्हें आज सवाई मानसिंह अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.
दरअसल, कुछ समय पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोविड-19 संक्रमण की जद में भी आ गए थे. जिसके बाद पोस्ट कोविड लक्षण के चलते उनके हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या पैदा हो गई. डॉ सुधीर भंडारी ने बताया कि समय रहते उनका इलाज किया गया है और अब गहलोत पूरी तरह से स्वस्थ हैं. अस्पताल में भर्ती होने के बाद शुक्रवार को उनकी पत्नी सुनीता और पुत्र वैभव भी पहुंचे थे. इसके अलावा पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी सवाई मानसिंह अस्पताल पहुंचे थे.
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दिल्ली जाने का भी कार्यक्रम तय था, लेकिन तबीयत खराब होने के चलते कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. चिकित्सकों ने उन्हें फिलहाल आराम करने की सलाह दी है. ऐसे में आलाकमान के साथ होने वाली महत्वपूर्ण मीटिंग में वे अभी हिस्सा नहीं ले सकेंगे.
शुक्रवार सुबह अचानक बिगड़ी थी तबीयत
सीएम गहलोत को ह्रदय संबंधी परेशानी हुई थी. चिकित्सकों की देखरेख में उन्हें अस्पताल लाया गया था. जहां उनकी जांच की गई. इससे पहले उन्हें एक निजी लैब पर भी जांच के लिए लाया गया था, लेकिन इसके बाद उन्हें एसएमएस भेज दिया गया. सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि चेस्ट में दर्द के चलते अस्पताल में सीटी एनजीओ करवाई गई. बताया कि एक नस में 90 फीसदी ब्लॉकेज हो गया है. SMS अस्पताल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एंजियोप्लास्टी हुई.
पीएम ने भी की थी स्वस्थ होने की कामना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शुक्रवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. गहलोत की शुक्रवार को जयपुर के सरकारी सवाई मान सिंह अस्पताल में एंजियोप्लास्टी हुई. उल्लेखनीय है कि 70 वर्षीय कांग्रेस नेता इस साल अप्रैल में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे और उसके बाद से वह कोरोना के बाद के प्रभावों का सामना कर रहे हैं.