जयपुर. राजस्थान में नई सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल को लेकर मंथन का दौर शुरू हो गया है. राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा दिल्ली दौरे से लौट आए, भजनलाल शर्मा के साथ ही दोनों डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा भी दिल्ली पहुंचे थे. दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर रविवार शाम उच्च स्तरीय बैठक हुई. इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, बीएल संतोष, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, विजया राहटकर, चंद्रशेखर, राजेंद्र राठौड़, डॉ. सतीश पूनिया समेत प्रमुख नेता मौजूद रहे. बताया जा रहा है कि इस बैठक में सरकार के गठन के बाद मंत्रिमंडल और लोकसभा चुनाव की तैयारियों का मंथन हुआ है. जातिगत, क्षेत्रीय संतुलन और सहमति के आधार पर मंत्रिमंडल विस्तार पर सहमति बनी है. पार्टी सूत्रों की मानें तो इसी सप्ताह में नई सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है.
लोकसभा चुनाव की छाया :राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में भजनलाल शर्मा ने 15 दिसंबर को राजस्थान के ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल से शपथ लिया. भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री सहित कई पार्टी के बड़े नेता भी मौजूद थे. शपथ ग्रहण के बाद अब मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई. इस मंत्रिमंडल में इतना तय है कि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा सीमित मंत्रिमंडल बनाएं और उस मंत्रिमंडल में सभी संभागों के साथ में जातियों का समायोजन किया जाना एक बड़ी चुनौती होने वाली है. अप्रैल में लोकसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में मना जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल में लोकसभा चुनाव की छाया दिखाई देगी. बता दें कि राजस्थान में भाजपा लगातार दो बार से 25 में से 25 सीटें जीतती आ रही है. ऐसे में इस बार 2024 के चुनाव में भी 25 में से 25 सीटें जीतें, इस लिहाज से मंत्रिमंडल का गठन होना है. ऐसे में संगठन ने मंत्रिमंडल को विस्तार के लिए 15 नामों की सूची तैयार की है. बताया जा रहा है कि 10 कैबिनेट और 5 राज्य मंत्री शपथ लेंगे.