बाड़मेर.राजस्थान कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई है. मंत्री हेमाराम चौधरी ने चुनाव में गुड़ामालानी सीट से नए युवा चेहरे को मौका देने की बात कही है. हेमाराम चौधरी पिछले कुछ समय से चुनाव नहीं लड़ने का मन बना रहे थे.
चुनाव नहीं लड़ने की जाहिर की इच्छा: हेमाराम चौधरी ने खड़गे को लिखे पत्र में कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में मैं प्रत्याशी के रूप में नहीं, बल्कि एक साधारण कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में ही हिस्सा लूंगा, इसके साथ ही हेमाराम चौधरी ने पत्र में यह भी कहा है की अंतिम सांस तक कांग्रेस पार्टी की सेवा करेंगे. चौधरी ने पत्र के माध्यम से बताया कि समाज के पीड़ित और वंचित वर्ग के लोगों के लिए कुछ करने की आशा मुझमें बहुत छोटी उम्र से ही थी. जीवन में इस काम को करने का पहला मौका मुझे वकालत के माध्यम से मिला, जिस दौरान गरीब, किसान, और आम आदमी को न्याय दिलाना मेरा मुख्य लक्ष्य था.
हेमाराम चौधरी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखा पत्र. पढ़ें-Rajasthan Election 2023 : हेमाराम चौधरी का चुनाव लड़ने से इनकार, समर्थक भी जिद्द पर अड़े, राजी करने के लिए हुई बड़ी सभा
6 बार विधानसभा सदस्य के रूप में जनता की सेवा की: उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन के सफर के लिए मैं कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का आजीवन आभारी रहूंगा. पार्टी ने मुझे 6 बार विधानसभा के सदस्य के रूप में जनता की सेवा करने का अवसर दिया, इसके अलावा मुझे प्रदेश सरकार के मंत्रीमंडल का हिस्सा बनाकर पूरे प्रदेश की सेवा करने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि मेरे जैसे आम कार्यकर्ता के लिए अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत काफी कठिन थी. चौधरी ने बताया कि बीते सालों में जब भी पार्टी को कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा, मैं हमेशा संघर्ष में आगे रहा.
युवाओं को मौका देना चाहिए: हेमाराम चौधरी ने कहा कि मैंने सदैव यही कोशिश की है की मेरा राजनीतिक और सामाजिक जीवन, राजस्थान की जनता और कांग्रेस पार्टी के लिए फक्र और गर्व का कारण बने, लेकिन अब मैं जीवन के ऐसे पड़ाव पर खड़ा हूं, जहां मैं खुद को सक्रिय राजनीतिक जीवन के लिए पूरी तरह से समर्पित करने में असमर्थ हूं. मैंने हमेशा माना है की जिस तरह पार्टी ने मुझे कम उम्र में बड़ी जिम्मेदारी दी थी, वैसे ही मुझे आगे आने वाली पीढ़ी को मौका देना चाहिए. हेमाराम चोधरी ने पत्र में कहा कि मेरा अपना मानना है की प्रत्येक उम्रदराज और वरिष्ठ नेता की नैतिक जिम्मेदारी है की वह युवा नेताओं को प्रेरित करें, उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें.