रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के केंद्रीय जेल में बंद कथित संत कालीचरण महाराज की (judicial remand of Sant Kalicharan again increased ) न्यायिक हिरासत पर सोमवार को कोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट ने एक बार फिर उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है. कालीचरण राजद्रोह के मामले में 31 दिसंबर 2021 से केंद्रीय जेल में बंद हैं. रायपुर सीजेएम भूपेंद्र वासनीकर की कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत को 7 दिन बढ़ाने का फैसला सुनाया है. अब 28 मार्च को इस मामले में दोबारा सुनवाई होगी. उसी दिन पुलिस चालान भी पेश करेगी. पुलिस आज चालान पेश करने वाली थी, लेकिन किसी कारणवश ऐसा नहीं कर सकी.
धर्म संसद में महात्मा गांधी पर की थी अभद्र टिप्पणी :रायपुर में दो दिवसीय धर्म संसद का अयोजन किया गया था. 25 से 26 दिसंबर 2021 तक आयोजित इस धर्म संसद में देशभर से कई बड़े साधु-संत शामिल हुए थे. इस दौरान 26 दिसंबर को महाराष्ट्र के अकोला निवासी कथित संत कालीचरण महाराज ने भरे मंच से महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग किया था. राष्ट्रपिता की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को उनकी हत्या को लेकर धन्यवाद ज्ञापित किया था. इसके बाद से न केवल छत्तीसगढ़ में सियासी सरगर्मी तेज हो गई थी, बल्कि देशभर में यह मामला गरमा गया था.
मध्यप्रदेश के खजुराहो से हुई थी गिरफ्तारी
कालीचरण पर देशद्रोह के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, 30 दिसंबर को खजुराहो से गिरफ्तारी हुई थी. पुलिस ने बताया था कि अपने खिलाफ केस दर्ज होने के बाद वह गेस्ट हाउस में छिपा था. जांच के दौरान साक्ष्यों के आधार पर कालीचरण के खिलाफ कार्रवाई में धारा 153 ए, 153 बी (1), 295 ए, 505(1) (बी) को भी शामिल किया गया है.