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पूर्वोत्तर भारत से लेकर मध्य और दक्षिण भारत में बारिश की संभावना

अगले 24 घंटों के दौरान, लक्षद्वीप, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक स्थानों पर भारी बारिश संभव है. बाकी पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, उत्तर पूर्वी बिहार और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा और कोकण और गोवा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है.

पूर्वोत्तर भारत से लेकर मध्य और दक्षिण भारत में बारिश की संभावना
पूर्वोत्तर भारत से लेकर मध्य और दक्षिण भारत में बारिश की संभावना

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Published : May 31, 2022, 7:57 AM IST

नई दिल्ली/हैदराबाद :मौसम विज्ञान केंद्र हैदराबाद के अनुसार, मॉनसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) कन्नूर, पलक्कड़ और आसपास के क्षेत्रों से होकर गुजर रही है. मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, केरल के शेष हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के कुछ हिस्सों और दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। अगले 3-4 दिनों के दौरान बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर के राज्यो में इसके पहुंचने की संभावना है. एक ट्रफ रेखा उत्तरी केरल-कर्नाटक तट से दक्षिण-पूर्व अरब सागर से लेकर केरल और तमिलनाडु होते हुए बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी तक नजर आ रही है. जिसके कारण इन क्षेत्रों में बारिश हो सकती है.

स्काईमेट वेदर के अनुसार, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व अरब सागर और केरल के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है, यह औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है. एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है. एक पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिमी राजस्थान से लेकर हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल से गुजरते हुए आसाम तक फैली हुई है. जिससे इन इलाकों में बारिश हो सकती है.

स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, लक्षद्वीप, सिक्किम और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक स्थानों पर भारी बारिश संभव है. बाकी पूर्वोत्तर भारत, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, उत्तर पूर्वी बिहार और पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा और कोकण और गोवा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है.

पढ़ें : इस साल कैसा रहेगा मानसून, कहां होगी सबसे अधिक बारिश, जानें

पिछले 24 घंटों के दौरान, लक्षद्वीप केरल, झारखंड और पूर्वोत्तर बिहार में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हुई. उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तेलंगाना, उत्तर तटीय ओडिशा और उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. आंतरिक ओडिशा, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पूर्वी एमपी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली एनसीआर, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा और असम के अलग-अलग हिस्सों में हल्की छिटपुट बारिश हुई.

तेलंगाना में 5 जून तक मॉनसून की संभावना : मौसम विज्ञान केंद्र हैदराबाद ने सोमवार को बताया कि तेलंगाना में अगले पांच दिनों में अलग-अलग क्षेत्रों में वर्षा होने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र हैदराबाद के वैज्ञानिक श्रावणी ने बताया कि मानसून के 5 जून को तेलंगाना पहुंचने की उम्मीद है. श्रावणी ने कहा कि तेलंगाना में 5 जून को मॉनसून की उम्मीद है. अगले पांच दिनों तक पूरे तेलंगाना में अलग-अलग बारिश होगी. हालांकि पूरे तेलंगाना राज्य में एक समान बारिश नहीं होगी. मुख्य रूप से निचले स्तर की मजबूत पछुआ हवाएं राज्य में बनी हुई हैं. उन्होंने कहा कि सुबह के तापमान में वृद्धि और शाम को गरज और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी. तेलंगाना में 5 या 6 जून को मानसून आगे बढ़ेगा. तब तक तापमान 32 से 40 डिग्री के बीच रहेगा.

दिल्ली में ‘भीषण’ तूफान, दो लोगों की मौत, सैकड़ों पेड़ उखड़े :राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार शाम को 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी-तूफान आने और भारी बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई. जबकि कई लोग घायल हो गए. शहर में कई पेड़ उखड़ गए, सड़क और हवाई यातायात बाधित हुआ और ऐतिहासिक जामा मस्जिद समेत कई इमारतों तथा वाहनों को नुकसान पहुंचा है. पुलिस और दमकल विभाग के पास बचाव के सैकड़ों फोन आए जबकि लोगों को लुटियंस दिल्ली, आईटीओ, कश्मीरी गेट, एमबी रोड और राजघाट समेत कई इलाकों में जलभराव और पेड़ उखड़ने के कारण भारी यातायात संबंधी जाम का सामना करना पड़ा. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में 2018 के बाद से पहली बार 'भीषण' का तूफान आया है. दिल्ली में शाम साढ़े पांच बजे 17.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. आंधी-तूफान से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई. सफदरजंग वेधशाला ने शाम पांच बजकर 40 मिनट पर 25 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जबकि दोपहर चार बजकर 20 मिनट पर 40 डिग्री से. तापमान था.

मकान और पेड़ गिरने से दो की मौत : मध्य दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में पड़ोसी की बालकनी का एक हिस्से गिरने से 50 वर्षीय शख्स की मौत हो गयी. यह हादसा तब हुआ जब वह अपने घर के बाहर खड़ा था. पुलिस उपायुक्त (मध्य) श्वेता चौहान ने बताया कि मृतक की पहचान कैलाश के रूप में की गयी है. दरियागंज के संजीवन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गयी थी. उत्तरी दिल्ली के अंगूरी बाग में 65 वर्षीय बसीर बाबा नाम के बेघर व्यक्ति पर पीपल का एक पेड़ गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गयी. एक अन्य घटना में चांदनी चौक के कबूतर बाजार के समीप कार पर नीम का पेड़ गिरने के बाद उसमें एक साल के बच्चे समेत एक परिवार के तीन सदस्यों को बचाया गया. ऐतिहासिक जामा मस्जिद का गुंबद क्षतिग्रस्त हो गया. जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि मस्जिद की एक मीनार और अन्य हिस्सों से पत्थर टूटकर गिरने से दो लोग घायल हो गए.

दिल्ली पुलिस को पेड़ गिरने के बारे में कम से कम 294 कॉल्स आए :पुलिस ने बताया कि सोमवार को रात आठ बजे तक पेड़ गिरने के बारे में कम से कम 294 कॉल्स आए. दिल्ली दमकल पुलिस को मकान ढहने की आठ सूचनाएं मिली. पश्चिमी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा की कार भी क्षतिग्रस्त हो गयी। विंडसर प्लेस में उनके आधिकारिक आवास पर खड़ी कार पर पेड़ गिर गया. एक कार पर धातु का एक टुकड़ा गिरने से वह क्षतिग्रस्त हो गयी. कनॉट प्लेस में पेड़ उखड़ने से एक अन्य कार के फंसने का वीडियो भी सोशल मीडिया में आया है. अधिकारियों ने बताया कि जामिया मिलिया इस्लामिया के भीतर भी कई पेड़ उखड़ गए हैं और इमारत की दीवारें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.

दिल्ली हवाई अड्डे पर 70 उड़ानों में विलंब:इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली. पालम मौसम स्टेशन में हवा की रफ्तार अधिकतम 70 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गयी. राष्ट्रीय राजधानी में आंधी के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर कम से कम पांच उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया और 70 उड़ानों में विलंब हुआ. अधिकारियों ने बताया कि आंधी-तूफान के कारण दिल्ली से रवाना होने वाली कम से कम 40 और यहां आने वाली 30 उड़ानों में विलंब हुआ. यहां आने वाली कम से कम पांच उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया.

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