चंडीगढ़ में बारिश ने बीते 23 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. चंडीगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक चंडीगढ़ में बीते 30 घंटे में 322.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है. शहर में इससे पहले 18 जुलाई 2000 को 262 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. बीते 30 घंटे से हो रही बारिश के चलते चंडीगढ़ की सड़कों पर जलभराव हो गया है. जिसके चलते चंडीगढ़ पुलिस ने कई रास्तों को बंद कर रूट को डायवर्ट किया है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा में दिखा पहाड़ों में हो रही बारिश का असर, खतरे के निशान तक पहुंचा कौशल्या डैम का पानी, दो गेट खोले गए
चंडीगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 5 दिनों में बारिश ऐसे ही जारी रहेगी. 9 जुलाई यानी रविवार को पूरा दिन बारिश होने की संभावना है. वहीं 10 जुलाई को भी भारी बारिश की चेतावनी दी है. बात हरियाणा की करें तो मौसम विभाग के मुताबिक यमुनानगर जिले के रादौर में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज हुई है. बीते 24 घंटों में यहां 246 एमएम बारिश दर्ज की गई है. कालका में 244, पंचकूला में 239 mm बारिश हुई है.
इसके अलावा अंबाला में 224 और बरवाला में 220 एमएम बारिश हुई. वहीं कुरुक्षेत्र में 229 एमएम बारिश बीते 24 घंटों में दर्ज की गई है. हरियाणा के फतेहाबाद में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है. यहां 47 एमएम के करीब बारिश हुई है. इसके साथ ही हरियाणा का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं सबसे कम तापमान अंबाला में 18.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पंचकूला में भूस्खलन: मूसलाधार बारिश के चलते मोरनी में भूस्खलन हो गया. जिसकी वजह से मोरनी-पंचकूला मार्ग कई घंटों तक बंद रहा. डगराना गांव के पास पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूटकर सड़क पर आ गिरा. जिसकी वजह से मोरनी से पंचकूला वाया थापली मार्ग दिन में कई बार बाधित हुआ. भूस्खलन की वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिली. पंचकूला में मूसलाधार बारिश से भूड़ गांव के पास चीड़ का पेड़ सड़क पर गिर गया. जिसके चलते जाम के हालात बन गए.
गुरुग्राम में बारिश से जलभराव: गुरुग्राम में भी भारी बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव हो गया है. जलभराव की स्थिति से लोगों को कापी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रविवार होने की वजह से शहर में ट्रैफिक जाम जैसी समस्या तो नहीं हुई, लेकिन जलभराव के चलते वाहनों की रफ्तार धीमी रही. मौसम विभाग के मुताबिक गुरुग्राम के बादशाहपुर में 103 मिमी बारिश हुई है.
जिसके चलते गुरुग्राम का सदर थाने में 4 से 5 फीट तक पानी खड़ा है. इसके अलावा रविवार को गुरुग्राम के कादीपुर में 61 मिमी, हरसरू में 61 मिमी, वजीराबाद में 149 मिमी बारिश दर्ज की गई. बारिश की वजह से गुरुग्राम के ज्यादातर इलाकों में जलभराव हो गया है. जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. हर बार की तरह इस बार भी गुरुग्राम प्रशासन के दावों की पोल खुल गई है.
चंडीगढ़ के ये रूट हुए प्रभावित: चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर बताया है कि मुल्लापुर बैरियर से 60KV लाइट प्वाइंट की ओर आने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है. इस प्वाइंट से यातायात को डायवर्ट किया गया है. सेक्टर 20 की सड़क पेट्रोल पंप के पास धंस गई है. लोग इस तरफ आने से बचें. यहां बारिश बंद होते ही मरम्मत का काम करवाया जाएगा. इसके अलावा सेक्टर 14 की सड़क भी धंस गई है. जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है.
ये भी पढ़ें- Weather Forecast: उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय, कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक चंडीगढ़ सेक्टर 14/15 लाइट प्वाइंट टू वर्ड पीजीआई चौक पर संबंधित रोड विंग विभाग को इस बारे में बता दिया गया है. वहीं सुखना लेक का जलस्तर बढ़ने की वजह से दो गेट खोले गए हैं. फिलहाल सुखना लेक पर तीन तरह के गेट हैं. पहले दो गेट सुबह 6 बजे के करीब खोले गए. वहीं तीसरा गेट तब खोला जाता है जब पानी खतरे के निशान को छू जाता है.