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अब पूर्वोत्तर के राज्य भी चखेंगे आगरा का आलू, रेलवे कर रहा बड़ी तैयारी - आगरा से आलू का निर्यात

यूपी में आलू की बंपर पैदावार से एक बार पैदावार को देखते हुए किसान दक्षिण के राज्यों की तरह पूर्वोत्तर के राज्यों में भी आलू के निर्यात की मांग की हैं.

यूपी में आलू का गढ़ कहा जाता है आगरा
यूपी में आलू का गढ़ कहा जाता है आगरा

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Published : May 25, 2023, 1:34 PM IST

Updated : May 25, 2023, 3:23 PM IST

पूर्वोत्तर के राज्यों में भेजा जाएगा आगरा का आलू

आगराः ताजनगरी के आलू का स्वाद जल्द ही पूर्वोत्तर के राज्य की जनता भी चख सकेगी. आलू किसानों की मांग पर उत्तर मध्य रेलवे ने किसान रेल चलाने की तैयारी की है. पहले से ही आगरा से दक्षिण भारत के राज्यों में आलू भेजा जा रहा है. अब जल्द ही रेलवे किसान रेल (Kisan Rail) से इसे पूर्वोत्तर राज्यों में भी पहुंचाएगा. किसान रेल से आलू के परिवहन में किसानों को भाड़ा भी कम देना होगा. साथ ही उन्हें वहां आलू का दाम भी अच्छा मिलता है.

आलू की खेती का गणित समझिए.

इसलिए, किसान रेल की पूर्वोत्तर राज्यों में 15 से 20 रैक जाएंगे. लेकिन, किसानों को एक डर यह भी सता रहा है कि यदि किसान रेल के कोयला या सीमेंट वाले डिब्बों से आलू का परिवहन किया जाता है तो आलू खराब हो जाते है. इससे उन्हें नुकसान होता है. इसलिए, उत्तर मध्य रेलवे की ओर से सफारी गाड़ी के कोच जुटाए जा रहे हैं. जिससे किसानों की मांग पर आलू की बोरियां किसान रेल में सीट पर रखकर भेजी जाएंगी.

आगरा में आलू की पैदावार और कीमत.

गौरतलब है कि यूपी में इस बार आलू की बंपर पैदावार हुई है. प्रदेश में आलू का गढ़ कहे जाने वाले आगरा में किसान आलू की अच्छी पैदावार से काफी खुश हैं. मगर, आलू का भाव उन्हें नहीं भा रहा है. सीएम योगी ने आलू की एमएसपी 650 रुपए प्रति कुंतल जारी की है. जो आलू की फसल की लागत के मुकाबले कम है. इससे किसान निराश हैं. आलू किसान और आलू व्यापारी सरकार से लगातार आलू को निर्यात करने की मांग कर रहे थे. किसानों ने इस साल भी भारतीय रेलवे से आलू को देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजने के लिए किसान रेल चलाने की मांग की थी.

किसानों की मांग पर पूर्वोत्तर राज्यों में भेजा जाएगा आलू

खोज रहे सवारी गाड़ी के ​कोचःएनसीआर रेलवे के आगरा मंडल की पीआरओ प्रशस्त्रि श्रीवास्तव ने बताया कि किसानों की मांग है कि किसान रेल में इस बार आलू के परिवहन के लिए कोयला या सीमेंट वाले डिब्बे न लगाए जाएं. इन डिब्बों में आलू खराब हो जाता है. इससे उन्हें नुकसान उठाना पडता है. किसानों के नुकसान को ध्यान में रखकर रेलवे अधिकारियों को अधिक माथा पच्ची करनी पड़ रही है. समर वैकेशन की अतिरिक्त ट्रेनों की वजह से एनसीआर में रेलवे अधिकारी किसान रेल के लिए सवारी डिब्बे खोज रहे हैं. इसके बाद ही किसान रेल की सीट पर रखकर आलू का परिवहन आगरा से पूर्वोत्तर राज्यों में किया जाएगा.

यूपी में आलू का गढ़ कहा जाता है आगरा

आगरा से पहले भी गई है आलू की खेपःयमुना ब्रिज रेलवे स्टेशन से किसान रेल पहले भी आलू की खेप लेकर असम गई है. आगरा से असम के चांगसारी रेलवे स्टेशन पर किसान रेल से आलू भेजा गया है. आगरा से आलू को परिवहन करने से किराए में भी रेलवे रियायत देती है. इससे कम परिवहन खर्च पर ही किसान का आलू दूसरे राज्य में पहुंच जाता है. जहां पर इसका मूल्य भी बेहतर मिलता है.

आगरा से इन देशों में आलू का निर्यातःताजनगरी सेमलेशिया, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, नेपाल और अन्य देशों में आलू का निर्यात किया जाता है. किसानों की मांग है कि सरकार पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, भूटान और दक्षिण अफ्रीका में भी आलू का निर्यात करें.

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Last Updated : May 25, 2023, 3:23 PM IST

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