खड़गपुर: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस महीने की शुरुआत में बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटना के बाद देश के सबसे लंबे रेलवे स्टेशन, पूर्वी रेलवे के खड़गपुर में यात्री सुरक्षा और सुरक्षा उपायों की समीक्षा की. रेल मंत्री बुधवार दोपहर ओडिशा से ट्रेन से खड़गपुर पहुंचे. अपने औचक दौरे के दौरान उन्होंने खड़गपुर के इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, सिग्नलिंग और कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. इसके अलावा, रेल मंत्री ने यह भी दस्तावेज किया कि ढांचागत परिवर्तनों की क्या आवश्यकता है.
इसके अलावा, उन्होंने खड़गपुर रेलवे के अधिकारियों और रेलवे इंजीनियरों और रेलवे पटरियों की सुरक्षा के प्रभारी अधिकारियों के साथ एक लंबी बैठक की. बालासोर के बहनागा बाजार स्टेशन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस के भीषण हादसे ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. विशेष रूप से, बालासोर में उस क्षेत्र के लगभग 4-5 स्टेशनों के सिग्नलिंग के साथ बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन की इंटरलॉकिंग खड़गपुर से संबंधित है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि लोगों को ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेन से जुड़े हादसे का कारण जानने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच पूरी होने की प्रतीक्षा करना चाहिए. उन्होंने पत्रकारों से ‘अफवाहों पर ध्यान नहीं देने’ को कहा और जोर दिया कि सच्चाई सामने आना चाहिए. रेल मंत्री ने कहा, ‘‘यह बहुत ही संवेदनशील मामला है. हमें वास्तविक तथ्य जानना चाहिए. हमें तकनीकी मूल कारण जानना चाहिए. सीबीआई की प्राथमिक जांच पूरी होने दीजिए. इसके बाद हम भविष्य के कदमों के बारे में फैसला करेंगे.’’