कोलकाता: दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर) की ट्रेन सेवाएं बुधवार को आंशिक रूप से प्रभावित रहीं क्योंकि अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन के तहत कुर्मी समुदाय के लोगों ने पश्चिम बंगाल में दो स्टेशनों पर 24 घंटे से अधिक समय तक पटरियों को जाम किया. पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खेमासुली और पुरुलिया जिले के कस्तौर में मंगलवार को सुबह चार बजे से शुरू प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा. प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार शाम तक अन्य रेलवे स्टेशनों से प्रदर्शन खत्म करते हुए नाकेबंदी हटा ली.
प्रदर्शनकारी अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने के अलावा कुरमाली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की भी मांग कर रहे हैं. एसईआर के एक अधिकारी ने कहा कि इस प्रदर्शन के कारण बुधवार को भी कई एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया गया, कुछ का मार्ग परिवर्तन किया गया और कुछ को गंतव्य से पहले ही समाप्त कर दिया गया. उन्होंने कहा कि रद्द की गई ट्रेनों में 12871 हावड़ा-टिटलागढ़ एक्सप्रेस, 12021/12022 हावड़ा-बरबिल-हावड़ा एक्सप्रेस और 18020 धनबाद-झाड़ग्राम एक्सप्रेस शामिल हैं.