भुवनेश्वर : भुवनेश्वर-जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस को नए आधुनिक लिंक-हॉफमैन-बुश (एलएचबी) कोच के साथ शुक्रवार को हरी झंडी दिखाई गई. इस ट्रेन को नई दिल्ली के रेल भवन से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुरू किया.
यात्रियों को बेहतर, आरामदायक और जर्किंग से मुक्त यात्रा दिलाने के लिए पूर्वतट रेलवे ने पारंपरिक कोट हटाकर एलएचबी कोच का इस्तेमाल किया है.
08445/08446 भुवनेश्वर-जगदलपुर-भुवनेश्वर विशेष हीराखंड एक्सप्रेस में अब से एलएचबी कोच की व्यवस्था रहेगी. स्पेशल हीराखंड एक्सप्रेस अब से पहले की तरह 12 कोच जिसमें एक एसी-2 टीयर, 2 एससी-3 टीयर, चार स्लीपर क्लास, तीन सेकेंड क्लास सिटींग और दो गार्ड व लगेज वैन मौजूद हैं.
रेल मंत्री ने दिखाई हरी झंडी एलएचबी कोच की कई विशेषताएं हैं. यह एंटी टेलीस्कोपिक है. ट्वीन बफर प्रणाली के बदले इसे सेंट्रल बफर कपलिंग प्रणाली से तैयार किया गया है. जिससे एलएचबी कोच हादसों के दौरान एक-दूसरे पर चढ़ने के बजाय, एक किनारे हो जाते हैं. साथ ही अन्य सामान्य कोच की तरह नहीं पलटती है. इस तरह के खास कोच के रखरखाव में भी खर्च कम होते हैं.
पूर्वतट रेलवे प्रशासन के मुताबिक, हीराखंड एक्सप्रेस में अत्याधुनिक एलएचबी रेक व्यवस्था पहली बार इस्तेमाल किया गया है. इस व्यवस्था से रेल यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा तथा आराम का खास ख्याल रखा जाएगा. एलएचबी रेक व्यवस्था के जरिये कोच में अधिक यात्री के बैठने की सुविधा रहेगी.