रांची : झारखंड की खूबसूरती लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेती है. यहां के झील, नदियां, झरने और हरी-भरी वादियों की अलग ही पहचान है, लेकिन अब इसकी खूबसूरती का मजा उठाने वाले लोगों को और भी मजा आने वाला है. अब कोडरमा से ट्रेन पहाड़ों और 4 सुरंगों से गुजरती हुई रांची पहुंचेगी. उसके बाद लोग झारखंड की तुलना दार्जिलिंग जैसे शहरों से जरूर करेंगे.
तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी नींव
हम बात कर रहे हैं कोडरमा से हजारीबाग, बरकाकाना होते हुए रांची तक बनने वाली 211 किलोमीटर की महत्वकांक्षी रेल परियोजना की, जिसकी नींव 6 मार्च 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी. 1999 में भाजपा सरकार ने इस परियोजना को अपने बजट में लाया था, उस समय बजट 3031 करोड़ रखा रखा गया था. कोडरमा से रांची 202 किलोमीटर की रेल लाइन का निर्माण होना था. हालांकि, कुछ तकनीकी (भूमि अधिग्रहण और फोरेस्ट क्लियरेंस) दिक्कतों के कारण काम 2009 से फेज वाइज शुरू किया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था उद्घाटन
पहले फेज में 20 फरवरी 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79.7 किलोमीटर का उद्घाटन कोडरमा-हजारीबाग टाउन के लिए किया था. दूसरे फेज में 7 दिसंबर 2016 को हजारीबाग टाउन से बरकाकाना जंक्शन तक 57 किलोमीटर का उद्घाटन किया गया था. 31 मार्च 2017 को तीसरे फेज में बरकाकाना स्टेशन से सिधवार स्टेशन तक लाइन को चालू किया गया था. 29 अगस्त 2019 को चौथे फेज में टाटीसिलवे से साकी रेलवे स्टेशन तक 32 किलोमीटर रेल लाइन का उद्घाटन किया गया था.
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