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Raigarh Landslide: इरशालवाड़ी भूस्खलन, बचाव अभियान चौथे दिन फिर से शुरू, 81 लोग अब भी लापता - 81 लोगों का नहीं चला पता

महाराष्ट्र के इरशालवाड़ी में हुए भीषण भूस्खलन के चौथे दिन आज राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया. अभी भी प्रभावित गांव से 81 लोग लापता हैं.

Etv BharatLandslide in Maha village Search and rescue operation resumes on 4th day 81 people untraced
Etv Bharatइरशालवाड़ी भूस्खलन, खोज और बचाव अभियान चौथे दिन फिर से शुरू, 81 लोगों का नहीं चला पता

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Published : Jul 23, 2023, 11:02 AM IST

Updated : Jul 23, 2023, 12:13 PM IST

मुंबई: राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों ने महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में रविवार को चौथे दिन खोज और बचाव अभियान फिर से शुरू किया. यहां भारी भूस्खलन के कारण कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई थी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. एनडीआरएफ के एक अधिकारी के अनुसार, सुबह खोज और बचाव अभियान फिर से शुरू होने के बाद अब तक कोई शव बरामद नहीं हुआ है.

अधिकारियों ने पहले कहा था कि भूस्खलन में मरने वालों की संख्या शनिवार को 27 हो गई, जबकि 81 लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. मुंबई से लगभग 80 किमी दूर स्थित खालापुर तहसील के अंतर्गत एक पहाड़ी ढलान पर स्थित आदिवासी गांव में भूस्खलन बुधवार रात को हुआ. अधिकारियों ने बताया कि गांव के 48 में से कम से कम 17 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से भूस्खलन के मलबे में दब गए.

खराब रोशनी और खराब मौसम के कारण शनिवार रात को खोज एवं बचाव अभियान बंद कर दिया गया था और रविवार सुबह फिर से शुरू किया गया. बचाव अभियान मैन्युअल रूप से चलाया जा रहा है क्योंकि पक्की सड़क के अभाव में मिट्टी खोदने वालों और खुदाई करने वालों को आसानी से गांव तक नहीं ले जाया जा सकता है.

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अधिकारियों ने बताया कि अब तक बरामद किए गए 27 शवों में से 12 महिलाएं, 10 पुरुष और चार बच्चे हैं, जबकि एक व्यक्ति अज्ञात है. उन्होंने बताया कि इस आपदा में एक ही परिवार के नौ सदस्यों की मौत हो गई. शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इरशालवाड़ी के निवासियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा,'सिर्फ इरसाहलवाडी नहीं. ऐसे सभी इलाकों को आसपास के गांवों या क्षेत्रों में पुनर्वासित किया जाना चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में रहने वाले गांवों को सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वास करने की योजना बनाई है.

(पीटीआई)

Last Updated : Jul 23, 2023, 12:13 PM IST

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