रायगड : महाराष्ट्र (Maharashtra) में मानसून जैसे आफत लेकर आया है. राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश से जगह-जगह बाढ़ (Flood) जैसे हालात बन गए हैं. कई जिले इससे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और अभी भी हालात सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं.
महाराष्ट्र के रायगड, रत्नागिरी और सतारा जिलों में मूसलाधार बारिश के बाद हुए भूस्खलन और आपदाओं में कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई. बचाव कार्य जारी है. कोल्हापुर में करीब 47 गांवों का संपर्क टूट गया है.
महाराष्ट्र के रायगड में तलाई गांव में भूस्खलन (Raigad Landslide) होने की सूचना है. इस हादसे में 35 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, रत्नागिरी और सतारा में 16 लोगों की मौत हो गई. पिछले 48 घंटों में भारी बारिश के बाद इन जिलों में 50 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है.
रायगड के महाड तालुका अंतर्गत तलाई गांव में हुए भूस्खलन (Talai Village Landslide) के बाद 50-60 लोगों के फंसने की भी आशंका है. जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से प्राथमिक सूचना दी गई है कि करीब 50 से 60 नागरिक फंसे हुए हैं. उन्होंने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण बचाव अभियान में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
पीएम मोदी ने इस मामले में ट्वीट कर राज्य सरकार को पूरी मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने लिखा कि महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में बारिश को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की है. उन्होंने कहा कि केंद्र से हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी.
पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से प्रत्येक को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र, महाराष्ट्र सरकार को राज्य में उत्पन्न स्थिति से निपटने में हर संभव मदद कर रहा है. उन्होंने ट्वीट किया, 'महाराष्ट्र के रायगढ़ में भारी बारिश व भूस्खलन के कारण हुआ हादसा अत्यंत दुःखद है. इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) मुख्यालय के महानिदेशक (डीजी) से बात की है. एनडीआरएफ की टीम राहत व बचाव कार्यों में जुटी हुई है. केंद्र सरकार लोगों की जान बचाने के लिए वहां हर संभव मदद पहुंचा रही है.'