नई दिल्ली :कांग्रेस ने कहा है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करते हैं, उन्हें किसी पद या सरकारी घर से कोई लगाव नहीं है. लोगों को हम सभी को सीखना चाहिए. इससे पहले कि उन्हें अपनी लोकसभा सदस्यता और सरकारी आवास बनाए रखने की अनुमति मिलती, लेकिन उनकी प्राथमिकता सिद्धांतों से समझौता की नहीं है. उक्त टिप्पणी राहुल के 24 मार्च को लोकसभा सदस्य के लिए अयोग्य ठहराए जाने के बाद शनिवार को अपना आधिकारिक 12 तुगलक लेन बंगला खाली करने के कुछ घंटे पहले आई थी. अयोग्यता से एक दिन पहले सूरत की एक अदालत ने 23 मार्च को पीए मोदी के उपनाम से जुड़े 2019 के मानहानि के मामले में उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी.
वहीं 27 मार्च को आधिकारिक आवास को 22 अप्रैल तक खाली करने के बारे में नोटिस दिए जाने पर उन्होंने कहा था कि वह नियमों का पालन करेंगे. इस बारे में कांग्रेस मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा (Congress media head Pawan Khera) ने बिना नाम लिए पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पुरानी हिंदी फिल्म साहेब, बीबी और गुलाम पर आधारित एक नई फिल्म बनाई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसे साहेब, कोठी और गुलाम कहा जाना चाहिए. इसमें एक हीरो होगा लेकिन एक विलेन भी होगा. पिछले साल अगस्त में आजाद के पार्टी छोड़ने के बाद से ही कांग्रेस आरोप लगाती रही है कि उन्होंने केंद्र सरकार का पक्ष लेने और आधिकारिक बंगले को बनाए रखने के लिए ऐसा किया जो उन्हें राज्यसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर पहले आवंटित किया गया था.