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Rahul's visit of Manipur: इंफाल एयरपोर्ट से वापस लौट रहा राहुल गांधी का काफिला - राहुल गांधी का मणिपुर दौरा

मणिपुर में इस साल मई में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से 300 से अधिक राहत शिविरों में करीब 50,000 लोग रह रहे हैं.

Rahul Gandhis two days visit of Manipur
राहुल गांधी का दो दिवसीय मणिपुर दौरा आज से

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Published : Jun 29, 2023, 6:39 AM IST

Updated : Jun 29, 2023, 2:14 PM IST

इंफाल:कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्वोत्तर के हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर के अपने दो दिवसीय दौरे के लिए बृहस्पतिवार को इंफाल पहुंचे. यहां से वह चुराचांदपुर जिले के लिए रवाना हुए, जहां वह पिछले महीने की शुरुआत में पूर्वोत्तर राज्य में हुई जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों से मिलने के लिए राहत शिविरों का दौरा करेंगे. मणिपुर में इस साल मई में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से 300 से अधिक राहत शिविरों में करीब 50,000 लोग रह रहे हैं.

ताजा जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी के काफिले को इंफाल एयरपोर्ट से 20 किमी. पहले विष्णुपुर चेकपोस्ट पर रोक दिया गया है. सूत्रों से पता चला है कि स्थानीय पुलिस ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के काफिले को सुरक्षा कारणों के चलते रोका है. वहीं, अब उनका काफिला इंफाल एयरपोर्ट से वापस लौट रहा है.

कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी की शुक्रवार को इंफाल में राहत शिविरों का दौरा करने और बाद में कुछ नागरिक संगठनों के सदस्यों से बातचीत करने की भी योजना है. मणिपुर में तीन मई को शुरू हुई हिंसा के बाद, यह कांग्रेस नेता का पूर्वोत्तर के इस राज्य का पहला दौरा है. गौरतलब है कि मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के बीच मई की शुरुआत में भड़की जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं. मणिपुर की 53 प्रतिशत आबादी मेइती समुदाय की है और यह मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहती है. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत है और यह मुख्यत: पर्वतीय जिलों में रहती है.

बता दें, मणिपुर में इस साल मई में जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से 300 से अधिक राहत शिविरों में करीब 50,000 लोग रह रहे हैं. राज्य में मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय हिंसा में अभी तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किए जाने के बाद मणिपुर में हिंसक झड़पें हुई हैं.

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इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी राज्य में हो रही हिंसा को लेकर दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने उच्चाधिकारियों संग बैठक की थी. बैठक के बाद उन्होंने राज्य की जनता को विश्वास दिलाया था कि अब हिंसा नहीं होगी और राज्य में जो भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

पीटीआई-भाषा

Last Updated : Jun 29, 2023, 2:14 PM IST

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