वायनाड/नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के वायनाड कार्यालय पर हमला हुआ है. हमले के बाद सीपीएम की छात्र इकाई एसएफआई के आठ छात्रों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने राहुल के ऑफिस में तोड़फोड़ की. कांग्रेस ने सीपीएम सरकार और भाजपा, दोनों पर आरोप लगाए हैं.
पुलिस ने बताया कि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के करीब 100 कार्यकर्ता विरोध मार्च में शामिल थे और वे लोग कार्यालय में घुस गए. पुलिस ने कहा, 'करीब 80-100 कार्यकर्ता थे. उनमें से आठ लोगों को अब तक हिरासत में लिया गया है. अधिक संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.'
छात्र संगठन ने यह आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया कि राहुल गांधी ने केरल के पहाड़ी इलाकों में जंगलों के आसपास बफर जोन बनाए जाने के मुद्दे में हस्तक्षेप नहीं किया. विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला अराजकता और गुंडागर्दी को दिखाता है. उन्होंने ट्वीट किया, 'वायनाड में राहुल गांधी के सांसद कार्यालय पर एसएफआई के गुंडों का भयावह हमला. यह अराजकता और गुंडागर्दी है. माकपा संगठित माफिया में बदल गई है. हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं.'
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राहुल गांधी के कार्यालय पर हमले की निंदा की और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि सभी को लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने का अधिकार है, लेकिन इस तरह के प्रदर्शनों का हिंसक रूप लेना गलत है. विजयन ने कहा, 'वायनाड में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के कार्यालय के खिलाफ हमले की कड़ी निंदा करते हैं. सभी को बोलने की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने का अधिकार है. लेकिन यह एक गलत प्रवृत्ति है कि इस तरह के विरोध हिंसक हो जाते हैं. सरकार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.'