नई दिल्ली :राहुल गांधी के दो हिंदुस्तान बयान (rahul gandhi two india remark) पर केंद्र सरकार आक्रामक है. लोक सभा में राहुल के टू इंडिया बयान पर नकवी ने कहा कि 'इंदिरा इज इंडिया; इंडिया इज इंदिरा' और 'कांग्रेस इज कंट्री और कंट्री इज कांग्रेस' के सुरुर में रहने वाले लोग हिंदुस्तान की संस्कृति नहीं समझ सकते.
उन्होंने कहा कि एक समय था जब देश दंगा, आतंकवाद और हिंसा से बेचैन रहता था. नकवी ने कहा कि दंगों का महीना और हफ्ता खत्म हो गया है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद इस संदर्भ में बड़ा बदलाव हुआ. उन्होंने कहा कि सुरक्षा पर जो आ जाए तो टकराना जरूरी है, जो जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है.
बकौल नकवी, मोदी सरकार के दौर में पूरी दुनिया को संदेश मिला है कि हिंदुस्तान खुद की सुरक्षा के संकल्प से लबरेज है. उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र किया और कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दे पर भी सबूत मांगा गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण था.
बिंदुवार पढ़ें नकवी की बातें-
- परिवारों की पॉलिटिकल परिक्रमा के आधार पर देश कि सियासत नहीं चल रही.
- परिश्रम और पराक्रम के आधार पर लोगों को मिल रहा सम्मान.
- लाल बत्ती की संस्कृति, उसकी धौंस-धमक के कारण आम आदमी को लगता था कि हम पर धौंस जमाया जा रहा है. मोदी सरकार के कार्यकाल में इस पर विराम लगा.