वायनाड (केरल) :कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर मणिपुर में हिंसा को लेकर संसद में हाल में हुई चर्चा के दौरान इस पूर्वोत्तर राज्य की समस्या का समाधान नहीं करने का आरोप लगाया. गांधी अपनी लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद वायनाड की अपनी पहली यात्रा के दौरान उनके स्वागत के लिए कलपेट्टा में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) द्वारा आयोजित एक सभा को संबोधित कर रहे थे.
गांधी ने कहा, 'वह (मोदी) दो घंटे 13 मिनट तक बोले. वह हंसे ... उन्होंने मजाक किया.. वह मुस्कुराए--उनके मंत्रिमंडल ने ठहाके लगाए , मजाक किया और हंसे... उन्होंने खूब मस्ती की. प्रधानमंत्री ने दो घंटे में हर चीज के बारे में बात की... कांग्रेस के, मेरे, विपक्षी दलों के गठबंधन‘इंडिया’ के बारे में बात की - लेकिन मणिपुर के बारे में केवल दो मिनट बोले.' मोदी पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके नेतृत्व वाली सरकार ने मणिपुर में 'भारत की अवधारणा (आइडिया ऑफ इंडिया) की हत्या' कर दी.
उन्होंने पूछा, 'आपने हजारों परिवारों को तबाह कर दिया है. आपने हजारों महिलाओं के साथ बलात्कार होने दिया है. आप हजारों लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं. और देश के प्रधानमंत्री के रूप में, आप हंस रहे हैं.' कांग्रेस नेता ने कहा कि जो कोई भी भारत की अवधारणा की हत्या करता है, वह राष्ट्रवादी नहीं हो सकता. मोदी के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए गांधी ने कहा, 'आपने भारत माता की हत्या के बारे में केवल दो मिनट बात की. आपकी ऐसा करने की हिम्मत कैसे हुई? आप भारत की अवधारणा को कैसे खारिज कर सकते हैं?'
उन्होंने कहा, 'आप पिछले चार महीनों से क्या कर रहे हैं? आप वहां क्यों नहीं गए? आपने हिंसा रोकने की कोशिश क्यों नहीं की? क्योंकि आप राष्ट्रवादी नहीं हैं. जो कोई भी भारत की अवधारणा की हत्या करता है, वह राष्ट्रवादी नहीं हो सकता.' जानकारी के मुताबिक वायनाड जाने से पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने तमिलनाडु में ऊटी के पास मुथुनाडु गांव में टोडा आदिवासी समुदाय के सदस्यों के साथ लोकनृत्य किया. राहुल गांधी ने नीलगिरी जिले के उधगई इलाके का भी दौरा किया. कोयंबटूर से कोटागिरी होते हुए अपनी यात्रा में उनकी मुलाकात विंग कमांडर ए.सी. राकेश शर्मा से हुई, जो पूर्व भारतीय वायुसेना पायलट और अंतरिक्ष यात्री थे. इसके बाद उन्होंने चॉकलेट निर्माताओं से भी मुलाकात की और नीलगिरि की प्रसिद्ध घरेलू चॉकलेट बनाने की विधि जानी.राहुल गांधी ने अरावेनु इलाके में चाय किसानों से भी मुलाकात की और वहां चाय बागान श्रमिकों और किसानों से जानकारी ली.