नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले पीएम मोदी अडाणी के विमान में सफर करते थे, अब अडाणी मोदी जी के विमान में सफर करते हैं. यह मामला पहले गुजरात का था, फिर भारत का हो गया और अब अंतरराष्ट्रीय हो गया है. राहुल गांधी ने सवाल किया कि अडाणी ने पिछले 20 सालों में और इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए बीजेपी को कितना पैसा दिया?
राहुल गांधी ने आगे कहा कि 2022 में, श्रीलंका बिजली बोर्ड के अध्यक्ष ने श्रीलंका में संसदीय समिति को सूचित किया कि उन्हें राष्ट्रपति राजपक्षे ने बताया कि उन पर पीएम मोदी द्वारा श्री अडाणी को पवन ऊर्जा परियोजना देने के लिए दबाव डाला गया था. यह भारत की विदेश नीति नहीं, अडाणी के कारोबार के लिए नीति है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से, एसबीआई ने अडाणी को 1 बिलियन डॉलर का ऋण दे दिया.
आगे उन्होंने कहा कि फिर वह बांग्लादेश जाते हैं और फिर बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड अडाणी के साथ 25 साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर करता है. अडानी ने कभी ड्रोन नहीं बनाया लेकिन एचएएल, भारत की अन्य कंपनियां ऐसा करती हैं. उसके बावजूद पीएम मोदी इजरायल जाते हैं और अडानी को ठेका मिल जाता है. अब, अडानी के पास रक्षा क्षेत्र में शून्य अनुभव है. कल पीएम ने एचएएल में कहा कि हमने गलत आरोप लगाए. लेकिन असल में एचएएल का 126 विमानों का ठेका अनिल अंबानी के पास गया.
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राहुल ने कहा कि इस नियम को बदल दिया गया और अडाणी को छह हवाई अड्डे दिए गए. उसके बाद भारत के सबसे लाभदायक हवाई अड्डे 'मुंबई एयरपोर्ट' को GVK से CBI, ED जैसी एजेंसियों का उपयोग करके अपहरण कर लिया गया और भारत सरकार द्वारा अडाणी को दे दिया गया. एक नियम है कि जिसके पास हवाई अड्डों का पूर्व अनुभव नहीं है वह हवाई अड्डों के विकास में शामिल नहीं हो सकता है. इस नियम को भारत सरकार ने बदला था.