नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल ने ट्वीट कर कहा, राहुल ने ट्वीट कर कहा, मोदी सरकार के विकास का ये हाल है कि अगर किसी दिन पेट्रोल-डीज़ल के दाम ना बढ़ें तो ज़्यादा बड़ी ख़बर बन जाती है!
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर आरोप लगाया, 'कोरोना संकट के बीच जनता को आशा थी कि सरकार उन्हें राहत देगी, लेकिन सरकार उनके लिए 'आहत योजना' लेकर आई है. 2021 में 52 बार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ चुके हैं. सरसों का तेल, रिफाइंड, अरहर, मूंग दाल व चीनी के दामों में आग लगी हुई है. जनता अपना पेट काट रही है, मोदी सरकार जेब काट रही है.'
जनता की जेब पर सीधा डाका
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'सत्ता के अहंकार में मदमस्त 'भारतीय जनलूट पार्टी' सरकार ने पेट्रोल और डीजल को आज 27 पैसे व 28 पैसे महंगा कर दिया है. 12 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपये के पार हो गया है. 4 मई, 2020 के बाद पिछले 13 महीनों में पेट्रोल 27.34 रुपये और डीजल 25.40 रुपये महंगा हो गया है.' उन्होंने आरोप लगाया, 'कोरोना महामारी-महंगाई-मोदी सरकार, तीनों देश के लिए हानिकारक हैं. देशवासियों में मचे हाहाकार के बावजूद पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी जनता की जेब पर सीधा डाका है.'
पहले भी हमले कर चुके हैं राहुल
देश में तेल के बढ़ते दामों को लेकर कांग्रेस ने कुछ समय पूर्व प्रदर्शन भी किया था. दूसरी तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर समय-समय पर निशाना साधते नजर आ जाते हैं. राहुल ने अपने एक पूर्व ट्वीट में कोरोना महामारी के दौरान सबसे ज्यादा गरीबी भारत में बढ़ने संबंधी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा था कि देश के पुनर्निर्माण की शुरुआत तब होगी जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी गलतियां स्वीकार करेंगे और विशेषज्ञों की मदद लेंगे. उन्होंने एक रिपोर्ट साझा करते हुए ट्वीट किया था, यह भारत सरकार के महामारी कुप्रबंधन का परिणाम है. परंतु अब हमें भविष्य की ओर देखना है.
राहुल ने कहा था, हमारे देश के पुनर्निर्माण की शुरुआत तब होगी जब प्रधानमंत्री अपनी गलतियां स्वीकार करेंगे और विशेषज्ञों की मदद लेंगे। नकारने की मुद्रा में बने रहने से किसी भी चीज का हल नहीं निकलेगा. राहुल गांधी ने जिस रिपोर्ट को साझा किया उसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी के कारण दुनिया भर में गरीबी बड़े पैमाने पर बढ़ी है और इसमें भारत का सबसे अधिक योगदान है.