तिरुनेलवेल्ली (तमिलनाडु) : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ऐसा 'दुर्जेय शत्रु' बताया, जो अपने विरोधियों को 'कुचल' देते हैं. साथ ही, राहुल ने प्रेम और अहिंसा के मार्ग पर चलकर उन्हें राजनीतिक गुमनामी में भेजने का भी संकल्प लिया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने तमिलनाडु में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य के अपने दौरे पर यहां सेंट जेवियर कॉलेज में 'एजुकेटर्स मीट' परिचर्चा के दौरान यह भी कहा कि वह भाजपा को परास्त करने के लिए लोगों के समर्थन की उम्मीद करते हैं.
इस दौरान जब एक प्रतिभागी ने यह जानना चाहा कि क्या उन्हें (राहुल को) लगता है कि सत्ता में आने का इंतजार किए बिना मोदी सरकार पर उनके (राहुल गांधी के) 'अच्छे विचारों' को लागू कराने के लिए दबाव बनाया जा सकता है, इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि यह लोगों के 'प्रबल' और 'मूल्यवान' समर्थन से किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि बड़े सपने देखना महत्वपूर्ण है, हालांकि हो सकता है कि उनमें से कुछ साकार नहीं हों. उनका परोक्ष तौर पर इशारा केंद्र में भाजपा के हाथों से सत्ता छीनने की ओर था.
गांधी ने कहा, 'हां, हम एक ऐसे दुर्जेय शत्रु (मोदी) से लड़ रहे हैं जो इस देश में धन की ताकत को हावी कर रहा है. हम एक ऐसे शत्रु से लड़ रहे हैं जो अपने विरोधियों को कुचल रहा है. हालांकि हमने पहले ऐसा किया है, हमने इस नए दुश्मन की तुलना में बहुत बड़े दुश्मन (अंग्रेजों) को हराया है.'
उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन को याद करते हुए कहा कि मोदी की तुलना में अंग्रेज अधिक शक्तिशाली थे.
उन्होंने कहा, 'ब्रिटिश साम्राज्य की तुलना में नरेंद्र मोदी क्या हैं? कुछ भी नहीं. इस देश के लोगों ने ब्रिटिश साम्राज्य को उखाड़ फेंका और उसी तरह हम नरेंद्र मोदी को नागपुर (महाराष्ट्र में आरएसएस मुख्यालय) वापस भेज देंगे.'
राहुल का परोक्ष रूप से यह मतलब था कि लोगों के समर्थन के साथ कांग्रेस के हाथों शिकस्त मिलने के बाद मोदी राजनीतिक गुमनामी में चले जाएंगे.
उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी या उनकी पार्टी के प्रति किसी भी घृणा, क्रोध या हिंसा के बिना हासिल किया जाएगा, भले ही वे (भाजपा) उनके खिलाफ 'दुर्व्यवहार' या 'हिंसा' का इस्तेमाल करें.
कांग्रेस तमिलनाडु में द्रमुक की सहयोगी है और भाजपा सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक की सहयोगी है.
'भाजपा का आस्था से कोई लेना-देना नहीं'
कांग्रेस नेता ने एक अन्य प्रतिभागी के सवाल के जवाब में आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र ने अपने कई विचारों में 'हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करने' का दावा किया है, लेकिन वास्तव में इसका उस आस्था से कोई लेना-देना नहीं है.
राहुल ने कहा कि हिंदू धर्म लोगों का अपमान करना, लोगों को मारना-पीटना नहीं सिखाता है. उन्होंने आरोप लगाया, 'लेकिन वे (भाजपा नीत केंद्र सरकार) ऐसा करते हैं.'