अकोला : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी और कारागार में रहने के दौरान उन्होंने माफीनामे पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी और अन्य समकालीन भारतीय नेताओं को धोखा दिया था. राहुल गांधी ने गत मंगलवार को भी वाशिम जिले में आयोजित एक रैली में हिंदुत्व विचारक सावरकर पर निशाना साधा था. इसके बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा थाकि वह स्वतंत्रता सेनानी के बारे में पूरी तरह झूठ बोल रहे हैं. सावरकर के पोते ने राहुल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी के पोते रंजीत सावरकर ने मुंबई के शिवाजी पार्क थाने में दर्ज करवाई. उन्होंने इस तरह के बयान देने के लिए महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले पर भी मामला दर्ज कराने की बात कही है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.
राहुल गांधी ने विनायक सावरकर के 'माफीनामे' की एक प्रति दिखाते हुए एक बार फिर से निशाना साधा. उन्होंने दावा किया, ''सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की. उन्होंने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर कहा - सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं.'' राहुल गांधी ने यह भी कहा, ''जब सावरकर जी ने माफीनामे पर हस्ताक्षर किए तो उसका कारण डर था. अगर वह डरते नहीं तो वह कभी हस्ताक्षर नहीं करते. इससे उन्होंने महात्मा गांधी और उस वक्त के नेताओं के साथ धोखा किया.''
उन्होंने कहा कि देश में एक तरफ महात्मा गांधी की विचारधारा है और दूसरी सावरकर से जुड़ी विचारधारा है. इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''भारत में पिछले आठ साल से डर का माहौल है. नफरत और हिंसा फैलाई जा रही है. शायद भाजपा के नेता किसानों और युवाओं से बात नहीं करते. अगर वो बात करते तो पता चलता कि युवाओं और किसानों को आगे रास्ता नजर नहीं आ रहा है. इस माहौल के खिलाफ खड़े होने के लिए हमने यह यात्रा शुरू की है.''