नई दिल्ली: क्या कांग्रेस अपनी विचारधारा को बदलना चाह रही है? क्या आने वाले दिनों में राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के बाद अपनी पार्टी का कलेवर बदलना चाह रहे? क्या भारतीय जनता पार्टी भारत जोड़ो यात्रा को लेकर चिंतित है? हाल के दिनों में हिमाचल चुनाव में हुई कांग्रेस की जीत के बाद ऐसे तमाम सवाल हैं, जो अंदरखाने उठ रहे है और इन सवालों पर बहस तब और ज्यादा हो गई, जब सोमवार की सुबह कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक स्थल सदैव अटल पर पहुंचे.
राहुल गांधी यहां अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. पहली बार गांधी परिवार का कोई नेता अटल जी या बीजेपी के किसी नेता के स्मारक पर पहुंचा. इसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में रस्साकशी का खेल शुरू हो गया है. वहीं बहुत से लोगों के मन में कुछ सवाल भी उठ रहे हैं, कि क्या ये राहुल गांधी की राजनीतिक साहस दिखाने की कोशिश है? क्या ये बात बीजेपी को परेशान कर सकती है?
कहीं ना कहीं राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने अंदरखाने सभी राजनीतिक पार्टियों, जिनमें बीजेपी भी शामिल है, उन्हें चिंतित जरूर किया है और अब राहुल का उससे आगे बढ़कर दांव खेलना. भारतीय जनता पार्टी क्या सोच रही है, इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.