झज्जर: बुधवार की सुबह कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हरियाणा के झज्जर जिले के छारा गांव पहुंचे. यहां उन्होंने वीरेंद्र आर्य अखाड़े में पहलवान बजरंग पूनिया समेत बाकी पहलवानों से मुलाकात की. क्योंकि राहुल गांधी अचानक पहुंचे थे, इसलिए पहलवानों ने गुलदस्ते की जगह ताजा मूली देकर उनका स्वागत किया. कई घंटे राहुल गांधी ने पहलवानों के साथ बिताए और उनसे बातचीत की. राहुल गांधी ने पहलवान बजरंग पूनिया के साथ कुश्ती की भी प्रैक्टिस की.
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बजरंग पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी हमारे रोजमर्रा के कुश्ती रूटीन को समझने और देखने के लिए आए थे. उन्होंने कुश्ती भी लड़ी और एक्सरसाइज भी की. राहुल गांधी ने मेरे साथ भी कुश्ती की प्रैक्टिस की. वो हमारे यहां एक पहलवान की दिनचर्या को देखने के लिए आए थे. जब बजरंग पूनिया से पहलवानों को प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने उसपर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.
बजरंग पूनिया के कोच वीरेंद्र आर्य ने बताया कि हम तो रोजाना की तरह यहां पर प्रैक्टिस कर रहे थे. राहुल गांधी बिना किसी सूचना के अचानक यहां पर आ गए. सुबह सवा 6 बजे करीब वो यहां पहुंच गए थे. उन्होंने हमारे साथ एक्सरसाइज की और फिर उन्होंने हमें अपने व्यायाम और खेल के बारे में बताया. खेल के बारे में उन्हें बहुत ज्ञान है. वीरेंद्र आर्य ने बताया कि राहुल गांधी ने यहां सरसों के साग के साथ बाजरे की रोटी भी खाई.
वीरेंद्र आर्य ने बताया कि राहुल गांधी ने पहलवानों के साथ कसरत भी की. इसके उन्होंने कुश्ती के दांव-पेंच सीखे. उन्होंने कहा कि कुश्ती को लेकर राहुल गांधी को अच्छी समझ है. जब पहलवानों के प्रदर्शन के मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बृजभूषण के मुद्दे पर भी राहुल गांधी ने बातचीत की है, लेकिन राहुल गांधी इस मुद्दे पर क्या कर सकते हैं. ये मुद्दा सरकार के हाथ में है. उन्होंने कहा कि हमने राहुल गांधी को बताया कि पूरे मामले से खिलाड़ियों को परेशानी हुई है.
पहलवानों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट कर सरकार पर सवाल उठाए. राहुल गांधी ने लिखा 'आज झज्जर के छारा गांव में भाई विरेंद्र आर्य के अखाड़े पहुंच कर ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया समेत अन्य पहलवान भाइयों के साथ चर्चा की. सवाल सिर्फ एक है- अपने अखाड़े की लड़ाई छोड़ अगर इन खिलाड़ियों, भारत की बेटियों को अपने हक और न्याय की लड़ाई सड़कों पर लड़नी पड़े, तो कौन अपने बच्चों को यह राह चुनने के लिये प्रोत्साहित करेगा?'
वहीं हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि खिलाड़ियों की लड़ाई में वो आखिर तक साथ देंगे. दीपेंद्र ने लिखा 'दुनिया में तिरंगे का मान बढ़ाने वाले पहलवानों का दर्द छलका, तो सत्ताधारियों ने नजरें फेर ली. महिला सम्मान और खेल जगत के इस न्याययुद्ध में हम आखिर तक पहलवानों का साथ देंगे. राहुल गांधी का धन्यवाद और हरियाणा में एकबार फिर स्वागत!'