नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी रविवार को हुई हिंसा में मारे गये चार किसानों के परिवारों से मिलने के लिए लखीमपुर खीरी जा सकते हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाले कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी इलाके का दौरा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. बता दें कि, हिंसा के बाद से ही लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू है.
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, राजस्थान कांग्रेस नेता सचिन पायलट, रणदीप सुरजेवाला और कांग्रेस महासचिव प्रभारी केसी वेणुगोपाल गांधी के साथ लखीमपुर खीरी जाएंगे.
प्रतिनिधिमंडल के दिल्ली से बुधवार दोपहर 12:45 बजे इंडिगो फ्लाइट से रवाना होने की उम्मीद है. इससे पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को क्षेत्र का दौरा करने की अनुमति मांगी थी.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार को लखीमपुर खीरी जाएगा. पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी बुधवार को लखनऊ और फिर लखीमपुर खीरी जाना चाहते हैं ताकि वह हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट सकें.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 6 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जाएगा.
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा है कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई राजनीतिक दलों और पश्चिम बंगाल के एक प्रमुख दल (तृणमूल कांग्रेस) के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को अनुमति नहीं दी जा रही है. वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भी दौरा करने की अनुमति दी जाए.