नई दिल्ली : लोक सभा में राहुल गांधी ने कहा कि गरीबों-अमीरों के हिंदुस्तान के बीच खाई बढ़ रह रही है. उन्होंने कहा कि दो हिंदुस्तान बन रहे हैं; अमीरों का हिंदुस्तान, गरीबों का हिंदुस्तान, दोनों के बीच खाई लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने संविधान का जिक्र करते हुए कहा, भारत यूनियन ऑफ स्टेट के रूप में जाना जाता है. संविधान में इसे नेशन नहीं कहा गया है. राहुल ने कहा कि भारत कोई किंगडम नहीं है. उन्होंने सरकार से मुखातिब होते हुए कहा, आप (सरकार) कितनी भी कोशिश कर लें, देश के लोगों पर कभी रूल नहीं कर सकेंगे.
राहुल ने कहा कि युवाओं को आपकी सरकार में रोजगार नहीं मिल रहा है. कितना रोजगार मिला, कैसा रोजगार मिला- इन मुद्दों पर कोई बात नहीं. हिंदुस्तान के अन-ऑर्गनाइज्ड सेक्टर पर लगातार आक्रमण हो रहा है. राहुल ने भाजपा सांसद हरीश द्विवेदी के बयान का जिक्र कर कहा कि लोक सभा जिस स्तर की चर्चा और बहस के लिए जाना जाता है, ऐसा यहां नहीं हो रहा है.
बिंदुवार पढ़ें राहुल के बयान का अंश-
- 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है आज
- पिछले साल तीन करोड़ युवाओं ने रोजगार खो दिया
- राष्ट्रपति के अभिभाषण में रोजगार पर कुछ नहीं कहा गया
- असंगठित क्षेत्र पर सरकार ने किया हमला
- 84 प्रतिशत लोगों की आमदनी घटी
- गरीबों से छीना गया उनका पैसा
- हमारी सरकार ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला था
- आपने 23 करोड लोगों को गरीबी में ढकेल दिया
- छोटे-मझोल उद्योगों को नष्ट किया
- नोटबंदी-जीएसटी से आई आर्थिक तबाही
- मेड इन इंडिया सफल नहीं हो सकता, क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग को आपने नष्ट कर दिया
- आप पांच-दस लोगों के लिए काम कर रहे हैं
- एसएसएमई को आपने खत्म कर दिया
- सरकार सिर्फ भाषण दे रही है
राहुल गांधी ने कहा, देश के 10 लोगों के पास 40 फीसदी धन है, यही लोग आपकी मार्केटिंग करते हैं. इससे देश का नुकसान होता है. उन्होंने सरकार से कहा, आप एमएसएमई की मदद कीजिए.
भारत की विविधता इसकी ताकत
भारत- यूनियन ऑफ स्टेट्स है, न कि नेशन. यह कोई किंगडम नहीं है. तमिलनाडु और महाराष्ट्र से लेकर हर राज्यों के पास बराबर अधिकार है. पिछले तीन हजार सालों से नेगोशिएशन और संवाद से ही देश चलता रहा है. लेकिन आप शासन करना चाहते हो. चाहे सम्राट अशोक का काल हो या मौर्य का या गुप्त साम्राज्य का. सबने ऐसे ही देश चलाया है. हर राज्य की अपनी हिस्ट्री है. उनका अपना कल्चर है. अपनी भाषा है. यही हमारी ताकत है. हम उनसे हर रोज सीखते हैं. हम तो आपसे भी सीखते हैं. यह आपको 'फनी' लग सकता है. आप केंद्र में बैठकर 'स्टिक' के जरिए शासन करना चाहते हैं.
देश के संस्थानों पर कब्जे का आरोप
अब दूसरा विजन सुनिए- विजन ऑफ किंग. जिसे कांग्रेस ने 1947 में हटा दिया था. अब एक बार फिर से किंग रूल आ गया है. देश के संस्थानों पर एक विचारधारा वाले कब्जा कर रहे हैं. नीट को लेकर आपने तमिलनाडु को नकार दिया. पंजाब के किसानों को आपने आवाज नहीं दी. उनकी मौत हो जाती है, लेकिन आपके 'किंग' पर कोई फर्क नहीं पड़ता.
पंडित नेहरू और इंदिरा का जिक्र
आप न्यायपालिका, चुनाव आयोग, पेगासस -- के जरिए संस्थानों को नष्ट कर रहे हैं. खुद पीएम इजराइल जाकर पेगासस ला रहे हैं. एक संस्थान (आरएसएस) वालों ने इन संस्थानों पर कब्जा कर लिया है. और इसकी प्रतिक्रिया होगी. मेरे नाना 15 साल जेल में थे. दादी को 32 गोली लगी थी. मेरे पिता आतंकवाद के शिकार हो गए. इसलिए मैं महसूस करता हूं. आपकी नीतियों की वजह से नॉर्थ ईस्ट, तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर में समस्या शुरू हो गई है.
यूनियन ऑफ स्टेट वर्सेस आइडिया ऑफ किंग
मणिपुर के प्रतिनिधि जब गृह मंत्री से मिलने गए थे, तो उनसे जूता-चप्पल उतरवा लिया गया, लेकिन अंदर में जब वे गए, तो गृह मंत्री खुद चप्पल पहने हुए थे. इस तरीके से उन्हें अपमानित किया जाता है. आरएसएस-भाजपा देश के फाउंडेशन को कमजोर कर रहे हैं. वे लिंक को कमजोर कर रहे हैं. वो अलग-अलग भाषाओं के लिंक को कमजोर कर रहे हैं. वे सुनिश्चित करना चाहते हैं कि किसी को रोजगार न मिले. श्रींलका, नेपाल, बर्मा, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन सब जगह हम घिरे हैं. हमें तो 26 जनवरी पर गेस्ट ही नहीं मिल रहे हैं. इतने अलग-थलग हो गए हैं हम.