राहुल गांधी के सामने उठी 'जोशीमठ की आवाज जम्मू/देहरादून:जम्मू में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत 24 जनवरी को नगरोटा के शीतली से हुई. इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की इस यात्रा में उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और विधायक प्रीतम सिंह सहित कई नेता शामिल हुए. वहीं, राहुल गांधी ने उत्तराखंड के नेताओं के साथ जोशीमठ भू-धंसाव की स्थिति को लेकर चर्चा की.
राहुल गांधी के साथ जोशीमठ को लेकर हुई चर्चा के बारे में पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी. हरीश रावत ने बताया कि जोशीमठ एक पौराणिक, आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय पहचान का प्रतीक है. जोशीमठ के अस्तित्व को बचाने, नया जोशीमठ बसाने, प्रभावितों को समुचित मुआवजा देने और पुनर्वास सहित अन्य सवालों को उठाने के लिए राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का एक चरण समर्पित किया है.
हरीश रावत ने कहा जोशीमठ को समर्पित राहुल की इस यात्रा में उत्तराखंड के कांग्रेसजनों को भी उनके साथ पदयात्रा करने और अपनों की व्यथा को एक बार पुनः राष्ट्रीय पटल पर लाने का सौभाग्य मिला है. अपनी इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी दो बार उत्तराखंड की पीड़ा को राष्ट्रीय स्तर पर ध्वनि दे चुके हैं. एक बार जब उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी की हत्या हुई, क्योंकि उसने एक नव धनाढ्य और एक सफेदपोश तथाकथित वीआईपी के हवस के आगे समर्पण करने से इनकार कर दिया था. जब राहुल गांधी को इसकी जानकारी मिली तो अंकिता के बलिदान के संदेश को आगे बढ़ाने के लिए अपनी पदयात्रा के एक हिस्से को समर्पित किया.
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हरीश रावत ने कहा भारत जोड़ो यात्रा एक तपस्या पूर्ण उद्देश्य है, जो पूर्ण समर्पण चाहता है. एक कठोर परिश्रम करने वाला अनुशासित व्यक्ति ही कठोर तपस्या पूर्ण कार्य को कर सकता है. राहुल एक तरफ तो पूरी निष्ठा और समर्पण से भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं. लोगों से मिल रहे हैं और प्यार बांट रहे हैं और लोगों को सुन रहे हैं. भारत को समझ रहे हैं एवं गांव-घर के लोगों की तकलीफ व भावनाओं को स्वर दे रहे हैं. देश और दुनिया तक अपनी भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्यों को पहुंचा रहे हैं.