नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र में विपक्ष पेगासस जासूसी कांड, महंगाई, कृषि कानून व अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने में एकजुट दिख रहा है. आज विपक्ष सांसदों ने राहुल गांधी की अगुवाई में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल मार्च निकाला.
बाद में राहुल गांधी ने ट्विटर पर साइकिल मार्च की तस्वीरें साझा कीं. साथ ही उन्होंने लिखा, 'ना हमारे चेहरे जरूरी हैं, ना हमारे नाम. बस ये जरूरी है कि हम जनप्रतिनिधि हैं- हर एक चेहरे में देश की जनता के करोड़ों चेहरे हैं जो महंगाई से परेशान है. यही हैं अच्छे दिन?'
इससे पहले, आज सुबह राहुल गांधी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक की. जिसमें सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई. बैठक खत्म होने के बाद विपक्ष के नेताओं ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब से संसद तक साइकिल मार्च निकाला.
बता दें कि एक हफ्ते पहले 51 वर्षीय राहुल गांधी ने किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टर मार्च निकाला था. वह खुद ट्रैक्टर चलाकर संसद के पास तक पहुंचे थे. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा था, केंद्र सरकार को नए कृषि कानूनों को वापस लेना पड़ेगा. ये कानून 2-3 बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं. ये किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं. ये काले कानून हैं. मैं किसानों के संदेश को पार्लियामेंट तक लेकर आया हूं.
इस बार कांग्रेस सांसद ने साइकिल की सवारी करके ईंधन की बढ़ती कीमतों का विरोध किया. इस दौरान राहुल ने कहा, 'साइकिल से संसद पहुंचकर हम इस मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं.'
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