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Rahul Gandhi दोषी ठहराए जाने के बाद बोले- 'सत्य और अहिंसा मेरा धर्म'

गुजरात के सूरत जिला अदालत में राहुल गांधी को दोषी करार दिये जाने पर कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी. वहीं, राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया, 'मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है.'

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Published : Mar 23, 2023, 12:31 PM IST

Updated : Mar 23, 2023, 7:03 PM IST

सूरत कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी नेता पूर्णेश मोदी ने दी प्रतिक्रिया

नई दिल्ली :गुजरात केसूरत जिला अदालत द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोषी करार दिए जाने पर विभिन्न दलों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी महात्मा गांधी के विचार को ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन - महात्मा गांधी.' इसके बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने राहुल गांधी के पक्ष में कहा कि सत्तारूढ़ दल ने साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी की आवाज दबाने की कोशिश की है. इससे राहुल डरने वाले नहीं हैं. देश की करोड़ों जनता का प्यार उनके साथ है. उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट किया, 'डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी जी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे. सच बोलते हुए जिये हैं, सच बोलते रहेंगे. देश के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे. सच्चाई की ताकत व करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है.

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी के रवैये से विपक्ष नेता नाखुश हैं. उनकी वजह से पार्टी डूब रही है और ये बात आज कुछ विपक्ष नेताओं ने खुद उनसे कही. रिजिजू ने कहा, "राहुल गांधी जो भी बोलते हैं, उससे सिर्फ नुकसान ही होता है. उनकी पार्टी को तो नुकसान होता ही है, ये देश के लिए भी अच्छा नहीं है. कांग्रेस के कुछ नेताओं ने आज भी मुझे बताया कि राहुल गांधी के रवैये से सब खराब हो गया. उनकी पार्टी भी डूब रही है." केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, "जैसा बीज बोएंगे वैसा ही पौधा निकलेगा, मनमोहन सिंह जी और शरद यादव व अन्य ने मिलकर कानून में संशोधन किया था, जिसमें दो साल नहीं बल्कि पांच साल की अगर सजा हो तब संसद की सदस्यता खत्म होनी चाहिए और इन्होंने उस बिल को जनता के सामने फाड़ा था."

सूरत जिला कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को दोषी करार दिए जाने पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "उन्हें जमानत मिल गई है. ये (बीजेपी) लोग पहले जज को बदलते गए, हमें अंदाजा लग रहा था, लेकिन हम कानून में विश्वास रखने वाले लोग हैं. कानून के तहत ही हम लड़ेंगे." छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मीडिया को भी दबाने की कोशिश है, न्यायपालिका को प्रभावित करने की कोशिश है और राजनीतिक दल के लोगों पर इसी स्तर पर जाकर वो कार्रवाई कर रहे हैं. कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राहुल गांधी को मिली सजा पर कहा कि मोदी सरकार राहुल गांधी से डरती है. इसलिए उनकी सदस्यता खत्म करने की साजिश की जा रही है. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी से डर की वजह से उन्हें हर तरह से दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन राहुल गांधी डरने वाले नहीं हैं. दो साल क्या उनको दो हजार साल भी जेल की सलाखों के पीछे रख दो तो भी राहुल गांधी, राहुल गांधी ही रहेंगे."

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के 'मोदी सरनेम' वाले बयान पर शिकायत दर्ज कराने वाले बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने कहा, 'मैं कोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं.' राहुल गांधी को दोषी करार दिये जाने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "आज न्यायपालिका पर दबाव है...राहुल गांधी की जो टिप्पणी है, ऐसी राजनीतिक टिप्पणी चलती रहती हैं. ऐसी टिप्पणियां अटल जी ने, आडवाणी जी ने पता नहीं कितनी की होंगी. लेकिन पहले इस तरह से मामला दर्ज नहीं होता था. हमें विश्वास है कि आने वाले समय में सही फैसला होगा." इधर, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव से पहले 'सारे मोदी चोर हैं' का बयान दिया था. इस बयान के बाद से मोदी सरनेम रखने वाले कई लोगों ने उनके खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया. सूरत जिला अदालत के साथ ही बाकी अदालतों में भी उन्हें ऐसे ही सजा सुनाई जानी चाहिए.

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "राहुल जी को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए. शब्दों की चोट शस्त्रों की चोट से ज्यादा गहरी और पीड़ादायक होती है और शब्द जब अनर्गल और झूठे हों तब चोट और भी गहरी और कष्टदायक हो जाती है. मुझे विश्वास है कि इस न्यायिक आदेश से सीख लेते हुए हम सभी को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक जीवन में शब्दों की मर्यादा किसी भी स्थिति में टूटने न पाए."

केंद्रीय राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, "आज संसद में कांग्रेस हंगामा कर रही थी कि राहुल गांधी को बोलने दिया जाए, जबकि राहुल गांधी यहां मौजूद भी नहीं थे...कोर्ट ने अब तय कर लिया है सजा तो उन्हें मिलेगी. वे(राहुल गांधी) बार-बार गलत बोलते हैं, ये सबको पता चल गया है." राहुल गांधी को मानहानि मामले में दोषी करार दिए जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेन्नई में सत्यमूर्ति भवन मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता ए. गोपन्ना ने कहा, " भाजपा की ऐसी अलोकतांत्रिक गतिविधि द्वेष से प्रेरित हैं, यह मानहानि का झूठा मामला है. जनता सब देख रही है."

गौरतलब है कि सूरत की एक अदालत ने 'मोदी सरनेम' संबंधी बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें आज दोषी करार दिया. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच एच वर्मा की अदालत ने भारतीय दंड संहिता की धारा (आईपीसी) 504 के तहत गांधी को दोषी करार दिया, जो शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने से संबंधित है. फैसला सुनाए जाते समय राहुल गांधी अदालत में मौजूद थे. वह आज सुबह सूरत पहुंचे. राहुल गांधी के खिलाफ यह मामला उनकी उस टिप्पणी को लेकर दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था, "क्यों सभी चोरों का समान उपनाम मोदी ही होता है?"

राहुल गांधी की इस टिप्पणी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने शिकायत दर्ज कराई थी. वायनाड से लोकसभा सदस्य गांधी ने यह कथित टिप्पणी 2019 के आम चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में आयोजित जनसभा में की थी. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच एच वर्मा की अदालत ने पिछले सप्ताह दोनों पक्षों की दलीलों की अंतिम सुनवाई की थी और फैसला सुनाने के लिए 23 मार्च की तारीख तय की थी.

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Last Updated : Mar 23, 2023, 7:03 PM IST

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