नई दिल्ली : पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी (Former Congress chief Rahul Gandhi) ने मंगलवार को महाराष्ट्र के नेताओं से 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए 12 जुलाई से आक्रामक अभियान शुरू करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा है कि पश्चिमी राज्य में सबसे पुरानी पार्टी के लिए बहुत बड़ी गुंजाइश है. इस संबंध में महाराष्ट्र के एआईसीसी प्रभारी एचके पाटिल (AICC in charge of Maharashtra HK Patil) ने बताया कि राहुल गांधी ने कहा है कि राज्य में कांग्रेस के लिए फिर से संगठित होने का बड़ा अवसर है. उन्होंने राज्य के नेताओं से बुधवार से ही तेजी के साथ अभियान का आगाज करने के लिए कहा है. इसी क्रम में राहुल गांधी और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्य में हालिया राजनीतिक घटनाक्रम की समीक्षा की और 2024 के लोकसभा चुनावों के साथ-साथ अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी के अभियान पर भी चर्चा की.
पाटिल ने मुताबिक राहुल गांधी ने पार्टी प्रबंधकों से महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों का प्रभार वरिष्ठ नेताओं को देने के लिए है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि पार्टी ने नेता बड़े पैमाने पर राज्य भर के गांवों में जाएं. उन्होंने याद दिलाया कि पिछले साल उनकी भारत जोड़ो यात्रा का महाराष्ट्र चरण सबसे अच्छा था और उन्होंने राज्य के वरिष्ठ नेताओं से सितंबर में प्रत्येक जिले में बड़े पैमाने पर पदयात्रा शुरू करने को कहा है. साथ ही नवबंर में उन्होंने संयुक्त पदयात्रा आयोजित करने के लिए कहा है जिसमें सभी वरिष्ठ नेता भाग लेंगे.
पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल को महाराष्ट्र में कांग्रेस के लिए एक बड़ा अवसर महसूस हो रहा है, इसलिए वह चाहते हैं कि राज्य के नेता संगठन को पुनर्जीवित करने के लिए हर संभव प्रयास करें. पूर्व पार्टी प्रमुख ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से राकांपा प्रमुख शरद पवार का समर्थन करेगी. हालांकि वे अपने भतीजे अजीत पवार के द्वारा एनसीपी को तोड़े जाने से प्रभावित हुए हैं. पाटिल ने कहा कि एमवीए राज्य में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी. क्योंकि लोग यहां पर देख रहे हैं कि भाजपा ने राकांपा को तोड़ने के लिए क्या किया है और कैसे उन्होंने पिछले साल शिवसेना को विभाजित करके पिछले दरवाजे से सत्ता हासिल की. इसको लेकर लोगों में भारी गुस्सा है और वे आने वाले चुनावों में भाजपा को सबक सिखाने जा रहे हैं. एआईसीसी प्रभारी के मुताबिक, पार्टी की प्राथमिकता फिर से ताकत हासिल करना और सहयोगियों के साथ मिलकर बीजेपी से मुकाबला करना है. उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे पर बाद में चर्चा की जाएगी. अब समय लोगों के पास जाने और कांग्रेस को मजबूत करने का है.